विद्युत सुदृढ़ीकरण, आरडीएसएस स्कीम, स्मार्ट मीटर उपयोग पर जिलाधिकारी ने की बैठक
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपनी ऊर्जा उपयोग को मॉनीटर कर, विद्युत खपत को कर सकते है नियंत्रित-जिलाधिकारी
रिपोर्ट अशरफ संजरी
भदोहीl जिलाधिकारी विशाल सिंह ने विद्युत विभाग के विभिन्न आयामों पर अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग व सम्बन्धित फर्म के ठेकेदारों के साथ कलेक्टेªट सभाकक्ष में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग आदित्य पाण्डेय व आरबी शर्मा द्वारा बिजनेस प्लान के अन्तर्गत क्रियान्वित कार्यो की अद्यतन जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इसके तहत विद्युत तंत्र को सुदृढ़ करने हेतु उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा के साथ निरन्तर विद्युत आपूर्ति करने हेतु जिलाधिकारी द्वारा बल दिया गया। जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान अपेक्षित रूप से कार्य प्रगति रूप से न दर्शित होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित फर्मो के ठेकेदारों को 15 सितम्बर तक कार्यपूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
आरडीएसएस स्कीम के प्रभारी हेड नरेन्द्र द्वारा बताया गया कि जर्जर तारो को बदला जाना, लाईनों का उच्चीकरण करना, आदि कार्य प्रगति पर है। जिलाधिकारी ने बारिश के दृष्टिगत जर्जर व लटके तारों को अविलम्ब बदले जाने का निर्देश दिया।
जनपद में स्मार्ट मीटर लगाने वाली फर्म जीएमआर के आपरेशनल हेड शैलेन्द्र सिंह व सुधीर सिंह द्वारा जनपदवासियों को जागरूक करते हुए अवगत कराया गया कि स्मार्ट मीटर एक ऐसा इलेक्ट्रानिक उपकरण है, जो बिजली खपत को मापता है। स्मार्ट मीटर से ऊर्जा दक्षता में सुधार होता है और बिलिंग प्रक्रिया अधिक सटीक होती है। स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपने ऊर्जा उपयोग को मॉनीटर कर सकते हैं और अपनी विद्युत खपत को नियन्त्रित कर सकते हैं। उन्होंने स्मार्ट मीटर के फायदे बताया कि सटीक बिलिंग, ऊर्जा (विद्युत) की बचत, रीयल टाईम डेटा, मैनुअल मीटर रीडिंग की आवश्यकता नहीं, विद्युत उपभोग के प्रबन्धन में सुधार होता है। स्मार्ट मीटर से ऊर्जा उपभोग को मानीटर करके उपभोक्ता अपनी खपत को नियन्त्रित कर सकते है, जिससे बिजली बिल कम हो सकता है। बैठक में बिजली विभाग के कार्यो को क्रियान्वित करने वाली विभिन्न फर्मो के ठेकेदार उपस्थित रहे।