लोको पायलट की तत्परता से बची महिला की जान 

ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने जा रही थी महिला, ट्रेन रोकते-रोकते आई जद में और हो गई घायल 

 

रिपोर्ट अशरफ संजरी

भदोही। वाराणसी-जघंई रेल खंड के परसीपुर रेलवे स्टेशन के निकट आउटर के अंदर मंगलवार को एक 32 वर्ष की महिला आत्महत्या करने के लिए ट्रेन के सामने आ गई। लोको पायलट ने तत्परता दिखाते हुए एमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। जिससे महिला की जान तो बच गई। लेकिन वह घायल हो गई। जिसे इलाज के लिए भदोही के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उक्त बाजार के निवासी दुर्गेश गुप्ता राजू के साथ संध्या गुप्ता की शादी वर्ष 2009 में हुई थी। दोनों को एक बेटा व एक बेटी भी है। लोगों की मानें तो इधर पति-पत्नी में किसी बात को लेकर अन-बन चल रहा था। संध्या 6 माह से जौनपुर जनपद के गोपालापुर में अपने मायके रह रही थी। मंगलवार को अपराह्न के समय महिला चौरी बाजार पहुंची। जहां से परसपुर रेलवे स्टेशन के निकट आउटर के अंदर पहुंचकर दुर्ग से छपरा को जाने वाली सारनाथ एक्सप्रेस ट्रेन को आता देख आत्महत्या करने की नियत से रेलवे ट्रैक पर आ गई। जब लोकों पायलट की नजर उक्त महिला पर पड़ी तो उसने एमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। लेकिन तब तक इंजन महिला को चपेट में ले लिया था और वह घायल हो गई। हालांकि पायलट की तत्परता से महिला की जान बच गई। घटना के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना घायल महिला के ससुरालियों सहित पुलिस व एंबुलेंस को दी गई। सूचना मिलते ही ससुरारी, पुलिस व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई थी। ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस व ससुराली आनन-फानन में घायल महिला को इलाज के लिए भदोही नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। महिला के पति दुर्गेश ने बताया कि पत्नी 6 माह से अपने मायके में रह रही थी। इसके द्वारा न जाने क्यों मुकदमा भी कर दिया गया है। आज यहां पर आकर आत्महत्या करने की कोशिश की।

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