सांसद सुरेस म्हात्रे का भिवंडी विधान सभा चुनाव में आखिर क्या है रुख ?

MP Sures Mhatre ka Bhiwandi Vidhan Sabha election mein aakhir kya hai rukh ?

 

हिंद एकता टाइम्स भिवंडी
रवि तिवारी

भिवंडी – भिवंडी पुर्व,व पश्चिम विधान सभा में सांसद सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा का समर्थन किसके साथ है। यह स्थिती स्पष्ट नहीं हो पा रही है। चुनावी प्रचार अपने चरम पर है । परंतु राजनिति का अश्ली खेल तो भिवंडी में चल रहा है।
इंडिया गठबंधन महाविकास आघाड़ी के राकांपा सांसद का सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा का रुख सस्पेंस आज भी बना हुआ है। क्योंकि इंडिया गठबंधन महाविकास आघाड़ी के अधिकृत कांग्रेस उम्मीदवार दयानंद चोरघे चुनावी मैदान में हैं। वहीं सांसद महोदय गठ बंधन तोड़ कर मैदान में उतरे समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रियाज आजमी के साथ नज़र आ रहे हैं।
चुनाव प्रचार के बीच सांसद का रुख गठ बंधन के प्रत्यासी के प्रचार के लिए नकारात्मक दिखाई देना गठबंधन को भारी नुकसान हो सकता है। एक तरफ़ एनसीपी महाविकास आघाड़ी के लिए समर्थन जताती दिख रही है।
वहीं भिवंडी में खुले तौर पर रईस शेख और पश्चिम सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रियाज आज़मी के साथ खड़े है। चुनावी मैदान में सुरेश म्हात्रे का ये अलग-अलग ध्रुवों पर समर्थन ंदेना, भिवंडी में चर्चा का प्रमुख केंद्र बन गया है। मामा रईस शेख के साथ हिंदू बहुल इलाकों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जबकि भिवंडी पश्चिम सीट पर एनसीपी के अन्य नेता महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार दयानंद चोरघे के पक्ष में जुटे हुए है।शसस्पेंस इस हद तक बढ़ गया है कि एनसीपी नेता सुरेश म्हात्रे (बाल्या मामा) ने ऐलान किया है कि रविवार को इस रुख पर पर्दा उठाया जाएगा। तब यह साफ होगा कि मामा का समर्थन किसे मिलने वाला है और भिवंडी की जनता को कौन-सी दिशा में जाने का संकेत मिलेगा। भिवंडी के चुनाव में मामा का रुख इस बार निर्णायक साबित हो सकता है। राकांपा और महाविकास आघाड़ी के भीतर मामा का यह ‘तूफानी समर्थन’ सवालों को जन्म दे रहा है – क्या यह एक रणनीतिक चाल है, या फिर मामा का दिल अपने ‘खास’ उम्मीदवारों के साथ है ?.रविवार को होने वाले इस खुलासे का इंतजार सिर्फ भिवंडी में ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में है, क्योंकि मामा का निर्णय कई चुनावी समीकरणों को पूरी तरह से पलट सकता है।

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