Mau Newsआरएसएस के शताब्दीवर्ष पर घोसी में निकला विशाल पथसंचलन।संघ ने समाज में राष्ट्रभावना और अनुशासन की अलख जगाई-क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख मिथिलेश।
घोसी।मऊ। समाज में गुण, शील और चरित्र के आधार पर अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज विश्व मंच पर भारत की गौरवशाली संस्कृति का प्रतीक बन चुका है। संघ ने न केवल हिंदू समाज को जागृत किया है, बल्कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को भी मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया है। यह बातें क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख मिथिलेश ने सोमवार की शाम मझवारा मोड़ स्थि रामलीला मैदान में राष्ट्रीय स्वम सेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित पूर्ण गणवेश पथ संचलन के बौद्धिक वर्ग में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहीं।
संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में घोसी नगर में भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया। पथ संचलन का शुभारंभ नगर पंचायत चेयरमैन मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने ध्वज वंदन कर किया। संचलन रामलीला मैदान से प्रारंभ होकर मझवारा मोड़, कस्बा खास, बड़ी बाजार, डाक बंगला रोड और ओरियंटल रोड होते हुए पुनः रामलीला मैदान में आकर समाप्त हुआ।
मार्ग में जगह जगह नगरवासियों ने पथ संचलन मे शामिल स्वम् सेवको का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस दौरान “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के जयघोष से पूरा नगर राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग गया।
अपने उद्बोधन में क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख मिथिलेशजी ने कहा कि “संघ ने पिछले सौ वर्षों में समाज के हर वर्ग में राष्ट्रभावना, सेवा और एकता का संस्कार स्थापित किया है। विजयादशमी का यह पथ संचलन संगठन शक्ति, समरसता और आत्मगौरव का प्रतीक है।”
कार्यक्रम में रमाशंकर उर्फ मुन्नुवर्मा, सहनगरकार्यवाह राजेश विश्वकर्मा, बौद्धिकप्रमुख अरुणवर्मा, गुलाबजी, श्रवणवर्मा, मनोज, भुवेशकृष्ण श्रीवास्तव, संघसंचालक हरिहर प्रसाद, अशीष, धीरज, राजकुमार, रमाशंकर वर्मा, आनंद चौधरी, अतुल शर्मा समेत बड़ी संख्या में स्वयंसेवक और नगरवासी मौजूद रहे।