एनसीसी को लेकर बैठक : दिल्ली आएंगे राज्यों के मंत्री, कैडेट्स की संख्या में होगी बड़ी वृद्धि

Meeting regarding NCC: State ministers will come to Delhi, there will be a big increase in the number of cadets

नई दिल्ली:। दिल्ली में सोमवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसमें कई राज्यों के शिक्षा मंत्री, डीजी एनसीसी, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, सभी राज्यों के एनसीसी प्रमुख तथा डीजी एनसीसी मुख्यालय के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। यहां होने वाली चर्चा का एक प्रमुख फोकस हाल ही में स्वीकृत एनसीसी की विस्तार योजना का कार्यान्वयन भी होगा।

इस योजना का लक्ष्य एनसीसी कैडेटों की संख्या में तीन लाख की वृद्धि करना है। इससे आने वाले वर्षों में एनसीसी कैडेटों की संख्या 17 लाख से बढ़कर 20 लाख हो जाएगी। रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ सोमवार 23 सितंबर को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के इस संयुक्त राज्य प्रतिनिधियों एवं अतिरिक्त व उप महानिदेशक सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।

इस द्विवार्षिक कार्यक्रम में राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री, अरुणाचल प्रदेश, असम, कर्नाटक, केरल और उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री शिरकत करेंगे। इनके अलावा गोवा के युवा मामले एवं खेल मंत्री, गुजरात के प्राथमिक, माध्यमिक एवं वयस्क उच्च शिक्षा मंत्री के साथ-साथ अन्य सभी राज्यों के प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी।

रक्षा मंत्रालय ने इस संदर्भ में बताया कि इस सम्मेलन के दौरान, विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि, नीतियों को रिफाइंड करने, वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने और प्रशिक्षण एवं शिविर से जुड़े नए बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए चर्चा में शामिल होंगे। यहां विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय बढ़ाने, कैडेटों की प्रेरणा बढ़ाने व प्रशिक्षण कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के मुद्दे रखे जाने हैं।

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि नीतियों, वित्त एवं प्रशासन के संदर्भ में, एनसीसी की गतिविधियों का संचालन केंद्र और राज्य सरकारों के बीच एक साझा जिम्मेदारी है। इसके अनुसार यह सम्मेलन राष्ट्रव्यापी एनसीसी गतिविधियों की योजना, कार्यान्वयन और समन्वय के एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। इस सम्मेलन का उद्देश्य देश भर के कैडेटों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करते हुए राज्य और केंद्र सरकारों के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाना है.

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