फारूक अब्दुल्ला ने फिर की पाकिस्तान से बातचीत की वकालत, भाजपा नेताओं से मिला करारा जवाब

Farooq Abdullah again advocates talks with Pakistan, gets sharp response from BJP leaders

जम्मू-कश्मीर। जम्मू में तीन दिन में तीन आतंकी हमले हुए हैं। इस हमले को लेकर मीडिया के सवाल पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर पाकिस्तान से बातचीत की वकालत कर दी है।

 

 

 

 

 

 

 

उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि बिना बातचीत के यह मसला हल नहीं होगा। उन्होंने हाल के दिनों में घाटी में हुई आतंकी घटना की निंदा की और कहा कि इसमें मासूम लोगों का खून बह रहा है। आज लगातार मिलिट्री एक्शन हो रहा है, इसका परिणाम क्या हुआ।

 

 

 

 

 

 

उन्होंने आगे कहा कि भारत बड़ा भाई है, ऐसे में उसे बड़ा दिल रखकर पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए।

 

 

 

 

 

 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविंद्र गुप्ता ने फारूक अब्दुल्ला के इस बयान पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर से पाकिस्तान की हिमायत की है। देश में सुरक्षा बलों ने विपरीत परिस्थितियों में काम करके भी जम्मू-कश्मीर के हालात को सुधारा है। लेकिन, जो पाकिस्तान आतंक का मसीहा है, पूरा विश्व जिस पाकिस्तान को दुत्कारता रहता है, उसके साथ ये लोग बातचीत की बात करते हैं।

 

 

 

 

 

 

उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को ठीक करने का तरीका भारत सरकार, हमारी सुरक्षा एजेंसी और सुरक्षा बल जानते हैं। पाकिस्तान को इसके लिए सबक सिखाया जाएगा। पाकिस्तान की विदेश नीति, आर्थिक नीति आज पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। पाकिस्तान के साथ क्या करना है, ये तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन, जिम्मेदार व्यक्ति, जो इस प्रदेश के पूर्व में सीएम रह चुके हैं, उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

वहीं, जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने डॉ. फारूक अब्दुल्ला के पाकिस्तान से बातचीत वाले बयान को लेकर कहा कि जो देश हमारे लोगों का कत्ल करवा रहा है, आतंकवादियों को यहां पर भेज रहा है। उस देश से बातचीत नहीं होगी। जिस भाषा में पाकिस्तान और वहां के आतंकी समझते हैं, उनको उसी भाषा में जवाब दिया जा रहा है।

 

 

 

 

 

 

उन्होंने कहा कि डॉ. फारूक अब्दुल्ला आतंकवादियों के लिए जो सहानुभूति जता रहे हैं, उसे उन्हें तत्काल बंद कर देना चाहिए। वहीं, आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का उनको समर्थन करना चाहिए।

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