भरत जी का जन्म ना होता तो प्रभु श्री राम की कीर्ति पताका संसार में नहीं फैल पाती।
जिला संवाददाता ,विनय मिश्र।
देवरिया, बरहज नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत चल रहे बड़े हनुमान मंदिर पर विष्णु महायज्ञ एवं भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन आजमगढ़ से पधारे हुए श्री राम कथा व्यास सुरेश चंद्र मिश्र ने कहा कि जो जन्म जग हो तो भरत को, अगर भरत जी का जन्म नहीं होता तो अयोध्या की और प्रभु श्री राम के यश कीर्ति पताका को कौन फहराता अगर भाई से भाई का प्रेम देखना हो सुना हो और करना हो तो आप सभी श्रोताओं को राम और भरत से सीखना चाहिए । इससे उत्तम उदाहरण दुनिया के किसी भी ग्रंथ में आपको देखने को नहीं मिलेगा जीवन में भाई से भाई का संबंध माता-पिता सास बहू का संबंध देखना सुनना हो तो रामचरितमानस में आप देखें आज प्रभु श्री राम स्वयं कह रहे हैं इस धरा धाम पर अगर भरत की ना होते हैं शायद जो दुनिया में अयोध्या की यश और कीर्ति की ध्वजा लहरा रही है नहीं लहर पाती दुनिया में भारत जैसा भाई होना बड़ा कठिन है मानसकार बाबा तुलसी कहते हैं कि, जो समस्त विश्व का भरण पोषण करता है उनका नाम भरत है
विष्णु महायज्ञ26 अगस्त तक चलेगा।