सगड़ी तहसील क्षेत्र के बरडीहा गांव में,विधि विधान के साथ प्रारम्भ हुआ समाजसेवी आशीष सिंह के आवास पर श्री मद्भागवत कथा का सप्त दिवसीय आयोजन

In Bardiha village of Sagdi tehsil area, a seven-day event of Shrimad Bhagwat Katha started with due rituals at the residence of social worker Ashish Singh.

रिपोर्ट:रोशन लाल

आजमगढ़:कथा वाचक प्रवीण दास जी महराज कटनी मध्य प्रदेश ने कथा प्रारम्भ में कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सात दिनों की इसलिए होती है क्योंकि इसे आत्म-साक्षात्कार का दिव्य ज्ञान माना जाता है. इस कथा को सुनने से जीवन के सातों दिन पवित्र हो जाते हैं और पाप रहित बनने में मदद मिलती है।

कथावाचक ने भक्तों को आगे की कथा सुनाते हुए कहा कि एक धुंधकारी और दूसरा गोकर्ण। गोकर्ण बड़ा होकर विद्वान पंडित और ज्ञानी निकलता है जबकि धुंधकारी दुष्ट, नशेड़ी और क्रोधी, चोर, व्याभिचारी, अस्त्र-शस्त्र धारण करने वाला, माता पिता को सताने वाला निकलता है। वह माता पिता की सारी संपत्ति नष्ट कर देता है। एक दिन वह पिता को मार मार कर घर से बहार निकाल देता है।
आरती में भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष शहजानंद राय, आजमगढ़ लालगंज के अध्यक्ष सुरज प्रकाश श्रीवास्तव ने भाग लिया।
श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करते हुए भक्त गण कथा सुनते हुए भक्त मय हो गये।
कथा में प्रधान मुकेश प्रजापति, उमेश यादव, धर्मेंद्र यादव, और सुनील सिंह, सुनील राय, देवेंद्र सिंह, दिनेश कुमार पाण्डेय, रामाश्रय राय सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button