भक्त ध्रुव की कथा सुन झूम उठे श्रद्धालु
The devotees were thrilled to hear the story of devotee Dhruv
विनय मिश्र ,जिला संवाददाता।
देवरिया।बरहजनगर में त्यागी जी हनुमान मंदिर पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कानपुर से पधारी हुई साध्वी सुश्री निलेश शास्त्री ने भगवान के परम भक्त ध्रुव की कथा का श्रोताओं को रसपान कराया उन्होंने कथा के दौरान कहा कि ध्रुव को 5 बरस की अवस्था में ही भगवान का साक्षात्कार हो गया था भगवान दुर्गा के हो गए और ध्रुव भगवान के हो गए उन्होंने रामचरितमानस के चौपाई का उदाहरण देते हुए कहा कि, ,ध्रुव गलानि जपेउ हरि नाउ पायउ अचल अनुपम 6 बरस की अवस्था में ध्रुव की कठिन तपस्या देखकर भगवान प्रसन्न हो् उठे और उन्होंने ध्रुव को अपने गोद में उठा लिया भगवान भक्तों की रक्षा इस तरह करते हैं जिस तरह से नन्हे से बच्चे की मां बच्चों की रक्षा करती है भगवान कहते हैं कि सुनु मुनि आजू तोहि सहरोषा सकल तजिय जेकरहि भरोसा करहुँ सदा तिनके रखवारी
जिमि बालक राखही महतारी, ध्रुव जी को भगवान के चरणों में अनुराग उत्पन्न हो गया था निरंतर भगवान के नाम का स्मरण एवं उनकी लीला और धाम की चर्चा में लगे रहते थे मानव जीवन पाकर हम सभी को ध्रुव और प्रहलाद की तरह भगवान की भक्ति में लगे रहना चाहिए न जाने कब हम सभी पर भगवान की कृपा हो जाए जिससे लोग एवं परलोक दोनों संवर जाए।भागवत कथा के दौरान मंदिर के महंत श्री, 1008 केसरी दास जी महाराज त्यागी, सीमा शुक्ला प्रभाकर शुक्ला आशीष यादव रामाशंकर यादव रामायण यादव, उमेश चौरसिया, सोनू भारद्वाज, चंद्रभान तिवारी ,रमाशंकर, श्याम सुंदर दास,प्रभाषयादव, सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धांजलुजन उपस्थित रहे।