आजमगढ़:यादव परिवार ने किया वर्ण व्यवस्था का तिरस्कार क्या समाज करेगा स्वीकार
Azamgarh :Yadav family insulted the caste system, will the society accept it?
रिपोर्ट:रोशन लाल
आजमगढ़,
आजमगढ़ जिला के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के तुर्क परडी गांव निवासी सुरेश यादव के परिवार ने ब्राह्मडो द्वारा बनाई गई वर्ण व्यवस्था के अंदर आने वाले ब्रह्मभोज यानी तेरही नामक संस्कार का तिरस्कार कर दिया है। जिसे लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है।ज्ञातब्य है कि 9 जुलाई को सुरेश यादव के माता जी का देहांत हो गया है। सनातन धर्म के अनुसार मृत्यु के पश्चात जो संस्कार होते हैं सुरेश यादव के परिवार ने उसका तिरस्कार कर दिया इन संस्कारों में एक संस्कार तेराही होती है जिसमें मृत्यु आत्मा की शांति के लिए ब्राह्मण के साथ-साथ नात रिश्तेदार ग्रामीण तथा क्षेत्रीय जनता को भोजन कराया जाता है जो 22 जुलाई को होना था किंतु यादव परिवार ने पूरी तरह से इसे ठुकरा दिया और मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसा करने से अच्छा है कि माता-पिता या कोई भी व्यक्ति जब तक जिंदा है तब तक उसकी सेवा करें और उसे भोजन दें। साथ ही साथ अगर आपको दान पुण्य करना है तो माता-पिता या किसी के मरने के बाद नहीं उनको जिंदा रहते ही पास पड़ोस गांव में या रिश्तेदारी में जो जरूरतमंद गरीब हैं उनकी पैसे,कपड़े राशन आदि से मदद की जाए ।
यही सबसे अच्छी मानव सेवाएं हैँ और यही सबसे अच्छा दान पुण्य है बकिया सब आडंबर और दिखावा है । इन तमाम दिखाओं से बचने के लिए हमारा परिवार आज के बाद तेरही जैसे संस्कार का विरोध करते हुए उसे कभी नहीं करेगा।