लोहरा गांव में विकास कार्यों पर उठे सवाल, ग्राम प्रधान पर फर्जीवाड़े का आरोप,शिकायती पत्र में सात बिंदुओं पर जांच की मांग, प्रधान प्रतिनिधि ने बताया राजनीतिक साजिश
Azamgarh news:Questions raised on development work in Lohra village, Gram Pradhan accused of fraud, demand for investigation on seven points in complaint letter, Pradhan representative called it a political conspiracy
रिपोर्ट:चन्द्रेश यादव
अतरौलिया/आजमगढ़।।विकासखंड अतरौलिया के अंतर्गत लोहरा गांव में विकास कार्यों को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। गांव निवासी उत्सव सिंह ने विकासखंड अधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में मनरेगा समेत कुल सात बिंदुओं पर गड़बड़ी की बात कही गई है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि गांव में मनरेगा के तहत 100 मजदूरों के नाम पर भुगतान तो हुआ, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई कार्य दिखाई नहीं दे रहा। जब संबंधित मजदूरों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से किसी भी कार्य में शामिल होने से इनकार किया। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि मजदूरों के नाम से फर्जी हस्ताक्षर और फोटो अपलोड कर भुगतान कराए गए हैं। इसी तरह, सोख्ता निर्माण, स्ट्रीट लाइट और अन्य विकास कार्यों में भी अनियमितताओं की बात कही गई है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि गरीबों को पट्टा देने के नाम पर उनसे 1.5 लाख रुपये की अवैध वसूली की जा रही है। उनका कहना है कि सरकारी जमीनों को गलत तरीके से बेचा जा रहा है, जिसकी निष्पक्ष जांच अति आवश्यक है।वहीं, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राज कपूर ने इन सभी आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि “पूर्व में भी इन्हीं बिंदुओं पर शिकायत की गई थी, जिस पर जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच कराई गई थी, लेकिन जांच में कोई अनियमितता नहीं पाई गई। यह पंचायत चुनाव को देखते हुए एक साजिश है, जिससे हमारी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके।” अब देखना यह है कि प्रशासन इन आरोपों को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या इस बार निष्पक्ष जांच के जरिए ग्रामीणों के संदेहों का समाधान हो पाएगा या यह मामला भी पूर्व की भांति ठंडे बस्ते में चला जाएगा। इस संदर्भ में बीडीओ सागर सिंह ने बताया कि शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है तीन सदस्यों की टीम गठित की गई है, विकास कार्यों की जांच कराई जाएगी अगर अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।