आजमगढ़:बीएसए के औचक निरीक्षण से प्राइवेट संचालित हो रहे विद्यालय के प्रबंधकों में मचा हड़कंप चार विद्यालय को बंद करने का दिया गया आदेश
Azamgarh news:BSA's surprise inspection caused panic among the managers of private schools; orders were given to close four schools
आजमगढ़ बलरामपुर से बबलू राय
आजमगढ़जनपद में शासन के आदेश का पालन करने के मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव पाठक ने बिना मानक और रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे विद्यालयों की जांच अभियान की कमान स्वयं संभालते हुए बृहस्पतिवार को कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया इसमें कोईलसा और महराजगंज क्षेत्र में गैर मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया और कई स्कूलों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने और अव्यवस्था की गंभीर खामियों तथा बिना मान्यता के संचालित हो रहे विद्यालय के प्रबंधक को निर्देशित किया कि विद्यालय बंद करके विद्यालय में पढ़ रहे हैं बच्चों को आसपास में संचालित हो रहे मान्यता प्राप्त विद्यालयों में प्रवेश कराने का निर्देश दिया। उसी कड़ी में कोइलसा क्षेत्र के देउरपुर बाजार में बिना मान्यता के संचालित हो रहे नर्सरी से कक्षा 5 तक एसआरपी पब्लिक स्कूल जिसमें 150 से अधिक बच्चे पढ़ रहे थे विपुल वर्मा को स्कूल बंद करते हुए बच्चों को दूसरे विद्यालय में प्रवेश कराने का आदेश दिया गया। बिना मान्यता के इंग्लिश मीडियम से चला रहे मदर शारदा कान्वेंट स्कूल हुंसेपुर सरैया में बिना योग्य टीचरों से 190 से अधिक बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के प्रबंधक आशुतोष चौबे को तुरंत विद्यालय बंद करने का आदेश दिया, जब तक की विद्यालय की मान्यता उपलब्ध नहीं हो जाती।महराजगंज ब्लॉक के अंतर्गत बगैर मान्यता के संचालित हो रहे नवीन ज्ञान भास्कर शिक्षण सेवा संस्थान उसूरकुड़वा जिसकी मान्यता कक्षा 1 से 5 तक ही है लेकिन विद्यालय के प्रबंधक द्वारा कक्षा दसवीं तक संचालित किया जा रहा है जिसको देखते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नाराजगी जताते हुए मान्यता के अतिरिक्त कक्षाओं को तुरंत बंद करने का आदेश दिया। वही महराजगंज बाजार के पास लाल बहादुर शास्त्री पूर्व माध्यमिक विद्यालय जो की टीन शेड में चलता पाया गया और लगभग 450 से अधिक बच्चों की संख्या थी जहां न कोई पंखे की व्यवस्था थी ना ही बैठने का समुचित स्थान था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी से तुरंत विद्यालय बंद कराने को कहा और प्रबंधकों द्वारा नियमों का पालन न करने की स्थिति में एफआईआर दर्ज कराने को कहा गया। उन्होंने सभी प्रबंधकों से कहा की बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।