अली असगर की याद में शब्बे दारी का हुआ आयोजन
Mau. In the city's Badagaon Shia locality, an amazing Shabbedari was organized in the Azakhana of Sahan Jafri in the memory of Janabe Imam Hussain's six-month-old son Ali Asghar. Local and bureaucratic organizations participated in it. And the speech was delivered by Maulana who came from Lucknow. And he described the bravery of Imam Hussain's six-month-old son Ali Asghar.
घोसी।मऊ। नगर के बड़ागाँव शिया मुहल्ले में सहन जाफरी के अज़ाख़ने में जनाबे इमाम हुसैन अ: के छ महीने के बच्चे अली असगर की याद में एक अज़ीमुस्सान शब्बेदारी का आयोजन किया गया। जिसमें मुक़ामी व ब्यूरोनी अंजुमनों ने हिस्सा लिया। और तक़रीर लखनऊ से आये मौलाना तक़रीर किया। और उन्हों ने ईमाम हुसैन के छ: महीने के बच्चे अली असगर की बहादुरी बताया गया। और नसीहत की गई और सच्चाई के रास्ते पर चलने को बताया इस के बाद अंजुमनों का सिलसिला चला जिसमें बाहर की अंजुमनों के साथ गाँव की सभी अंजुमनों ने नोहा पढ़ा। दूसरे जिले की अंजुमनो ने नोहा पढ़ा।
बाद शब्बे दारी हजरत अली अकबर का ताबूत निकाल कर मोमनीन को ज़ियारत कराया गया।
इस अवसर पर केप्टन, मुहम्मद सैय्यद,नजमुल हसन, मुहम्मद शौखिन, मौलाना शफ़क़त तक़ी,इफ्तेखार अहमद, गफ्फार अब्बास, मुहम्मद अब्बास, मिशम अली, मोझहिर हुसैन, मज़हर अब्बास,मिशम अली, रज़ीउल ज़फ़र, मुहम्मद ताबिश,मुहम्मद रज़ा आदि लोगका सहयोग रहा।