आजमगढ़:सड़क किनारे मिला नवजात का शव, इलाके में फैली सनसनी
Azamgarh news:निजामाबाद में नवजात की लावारिस लाश मिलने से गांव में रोष
आजमगढ़, 3 अगस्त। निजामाबाद थाना क्षेत्र के वनगांव में रविवार सुबह एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई। आजमगढ़-सुल्तानपुर-लखनऊ हाइवे पर स्थित आरा मशीन के समीप सड़क किनारे कपड़े में लिपटा हुआ एक नवजात शिशु का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। यह हृदय विदारक दृश्य जिसने भी देखा, उसकी आंखें भर आईं और दिल दहल उठा।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शनिवार रात से क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते इलाके में सुबह तक सन्नाटा पसरा रहा और आवागमन बेहद कम था। जैसे ही सुबह के बाद बारिश थमी और लोग सड़कों पर निकले, तब एक राहगीर की नजर सड़क किनारे पड़े एक संदिग्ध कपड़े के पुलिंदे पर पड़ी। पास जाकर देखा गया तो उसमें एक नवजात शिशु का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पैंट शर्ट पहने हुए मिला । यह नजारा देख उसकी चीख निकल गई और आस-पास के लोगों को तुरंत सूचना दी गई।सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, समाजसेवी और मीडिया कर्मी मौके पर जुट गए। घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई। स्थानीय पत्रकारों और ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए नवजात के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इनका यह कदम स्थानीय लोगों के लिए सच्ची मानवता की मिसाल बन गया।
कलयुग की क्रूरता या मजबूरी?
इस संदिग्ध घटना को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं और कयास लगाए जा रहे हैं। कोई इसे मां की क्रूरता का परिणाम बता रहा है, तो कोई सामाजिक विवशता का दुखद चित्रण मान रहा है। कई ग्रामीणों ने इस कृत्य को “कलयुग की मां की अमानवीयता” करार दिया। लोगों का कहना है कि यह घटना एक मां की ममता को कलंकित करने वाली है, जिसने अपने मासूम नवजात को इस निर्दयी दुनिया में बेसहारा छोड़ दिया।
गांव में व्याप्त है रोष और चिंता
वनगांव और आस-पास के इलाकों में इस घटना को लेकर गहरा रोष देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज की गिरती हुई नैतिकता और संवेदनहीनता का प्रतीक हैं। कई महिलाओं की आंखों में आंसू थे, तो कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस कर रही है जांच, मां-बाप की तलाश जारी
निजामाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए। फिलहाल, पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि नवजात का शव आखिरकार यहां कैसे पहुंचा और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है। अभी तक बच्चे के माता-पिता या किसी अन्य संदिग्ध की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस आसपास के अस्पतालों, क्लीनिकों और प्रसव केंद्रों से भी जानकारी इकट्ठा करने में जुटी हुई है।
समाज को खुद से पूछने होंगे कुछ सवाल
यह घटना सिर्फ एक समाचार नहीं, बल्कि पूरे समाज के सामने एक सवाल है—क्या हमारी संवेदनाएं इतनी मर चुकी हैं कि कोई मां अपने जिगर के टुकड़े को सड़क किनारे यूं ही छोड़ दे? यह सिर्फ अपराध नहीं, सामाजिक विघटन का चेतावनी भरा संकेत है। आवश्यकता है कि समाज इस पर गंभीर आत्ममंथन करे और ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हर स्तर पर जागरूकता और समर्थन का वातावरण बनाए।
नवजात की लाश मिलने से हड़कंप, पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
निजामाबाद थाना क्षेत्र के वनगांव में सड़क किनारे पैंट शर्ट पहने एक नवजात की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। शव मिलने के घंटों बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, जिससे लोगों में भारी रोष है।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन थानाध्यक्ष ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई। इस बार भी नवजात की लावारिस लाश मिलने को महज “सामान्य मामला” बताकर टालने की कोशिश की जा रही है।एक ओर जहां गांव की महिलाएं इस घटना को मातृत्व पर कलंक बता रही हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे “सुनियोजित हत्या” मान रहे हैं। घटना के बाद से ही पूरा गांव सदमे और गुस्से में है।