आजमगढ़ में मासूम की हत्या के बाद तनाव,कई थानों की फोर्स व पीएसी तैनात,पुलिस की लापरवाही से गई मासूम की जान:परिजन
Sensation by the murder of an innocent in Azamgarh, the police announced to tighten the screws on the culprits
सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार और एएसपी ग्रामीण चिराग जैन के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुँच गई। मामले में परिजनों से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।इस संबंध में पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि कल सिधारी थाना क्षेत्र के पठान टोला मोहल्ले में सूचना प्राप्त हुई थी कि एक लड़का शाज़ेब लापता हो गया है। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। परिजनों के अनुसार, आज सुबह करीब 7 बजे एक अज्ञात नंबर से फिरौती की कॉल भी आई थी।
बलरामपुर से बबलू राय, आज़मगढ़
आजमगढ़ जनपद के सिधारी थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक वारदात सामने आई। पठान टोला निवासी सात वर्षीय मासूम साजे़ब अली का शव हाइडिल चौराहे के पास एक बोरे में मिलने से पूरे इलाके में कोहराम मच गया। शव बरामद होने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।स्थिति बिगड़ने से पहले ही मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स, क्यूआरटी और पीएसी बुलाकर हालात को काबू में किया गया।
परिजनों का आरोप, पुलिस की लापरवाही से गई जान
बुधवार शाम पांच बजे से साजे़ब घर नहीं लौटा था। परिजनों ने पूरी रात खोजबीन की और थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। लेकिन गुरुवार सुबह दुकान के पास बोरे में मासूम का शव मिलने पर परिजनों ने फूट-फूटकर रोते हुए आरोप लगाया कि अगर पुलिस ने तत्परता दिखाई होती तो बच्चा जीवित मिल सकता था।बच्चे के चाचा साकिब आलम ने कहा कि पुलिस ने उनके घर जाकर हालात जानने की भी ज़रूरत नहीं समझी। वहीं, मासूम की मां जास्मीन खातून ने अपने ही पड़ोसी युवक पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि “अगर मेरे बच्चे के हत्यारे को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया तो मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और न्यायालय तक न्याय की गुहार लगाऊंगी।”
पुलिस की तत्परता, अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा
मौके पर पहुंचे एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने कहा कि घटना के पीछे की साजिश की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिजनों को फिरौती की कॉल भी आई थी, जिसे पुलिस ट्रेस कर रही थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि “जिसने भी यह अमानवीय कृत्य किया है, उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होगी।”
वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रकरण में कहीं भी पुलिस की लापरवाही सामने आती है तो संबंधित पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होगी।
मासूमों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
इस दर्दनाक वारदात ने समाज को झकझोर दिया है। छोटे-छोटे मासूम बच्चों की ज़िंदगी पर मंडरा रहे खतरे के पीछे अक्सर असामाजिक तत्वों और हथियारबंद मानसिकता का हाथ होता है।पुलिस अधिकारियों ने साफ कहा कि जिले में अवैध हथियारों और आपराधिक गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने यह भी चेतावनी दी कि “कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। बच्चे और आम नागरिक सुरक्षित रहें, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
माहौल शांत, कानून व्यवस्था मजबूत
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अधिकारियों ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि न्याय हर हाल में होगा।