Azamgarh news :सहकारिता विभाग द्वारा सदस्यता महा अभियान 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक चलेगा
सहकारिता विभाग द्वारा सदस्यता महा अभियान 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक चलेगा
आजमगढ़ ब्यूरो चीफ राकेश श्रीवास्तव
सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता आजमगढ़ ने बताया है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2025 को अंतराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किये जाने के क्रम में सहकारिता विभाग द्वारा इस वर्ष बड़े पैमाने पर सदस्यता महाभियान आयोजित किया जा रहा है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार सदस्यता महाभियान 2025 दिनांक 12 सितम्बर 2025 से दिनांक 12 अक्टूबर 2025 के अन्तर्गत रहेगा। सदस्यता महाभियान से किसानो व ग्रामिणों को आसान वित्तीय सेवाएँ, कम ब्याज पर ऋण, सरकारी सब्सिडी का लाभ, सामुदायिक विकास में भागीदारी और आर्थिक सुरक्षा मिलेगी। जनपद आजमगढ़ में कुल 250 साधन सहकारी समितियों हैं। प्रत्येक समिति पर कम से कम 200 सदस्य बनाये जाने है। समिति का सदस्य बनने हेतु आवेदक को 226.00 रू0 का शुल्क देना होगा, इसमे 200 रू0 के दो शेयर, 21 रू0 का सदस्यता शुल्क एवं 5 रू० की एक कृषक पंजिका सदस्य को मिलेगी। कृषक पंजिका पर समिति से सदस्यो को मिलने वाली उर्वरक की मात्रा को अंकित किया जायेगा। समिति द्वारा समिति के सदस्यो को ही उर्वरक उपलब्ध कराया जायेगा, गैर सदस्यो को फार्मर आ०डी० (farmer registry/agristack) के अनुसार उर्वरक उपलब्ध कराया जा सकता हैं।
सहकारी समिति में सदस्य बनने हेतु कोई भी आवेदक / किसान अपने निकटम एम० पैक्स अथवा जिला सहकारी बैंक की शाखा से सम्पर्क कर सदस्य बन सकता है। इसके साथ ही आवेदक टोल फ्री नं0-1800212884444 डायल कर अपना जनपद, विकास खण्ड व गाँव का नाम दर्ज कराकर सदस्य बन सकता है, जिसके पश्चात सम्बन्धित अधिकारी 24 घण्टे के भीतर आगे की प्रक्रिया के लिए आवेदक से सम्पर्क करेगें । www.pacsmember.in के वेबसाइट के माध्यम से आनलाईन आवेदन कर भी आवेदक एम० पैक्स के सदस्य बन सकते है। नये सदस्यो के शेयर खरीदने से समितियो की पूजी में वृद्धि होगी, जिसका उपयोग विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों में किया जायेगा। इनमे उर्वरक की उपलब्धता, आसान किश्तो पर ऋण आदि सहकारी योजना शामिल है।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा सदस्यता महाभियान के संचालन के सम्बन्ध में कृषि संवर्गीय विभागो, समस्त खण्ड विकास अधिकरी समस्त उप जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी को तहसील/विकास खण्ड/पंचायत स्तर पर आयोजित किये जाने वाले तहसील/किसान दिवस / कृषक गोष्ठियाँ आदि में सहकारी योजनाओं को भी सम्मिलित करते हुए उनका प्रचार प्रसार करते हुए एम० पैक्स में अधिक से अधिक सदस्य बनाने के निर्देश दिये गये है।