चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया, हेमंत ने पेश किया दावा, राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा
Champa Soren resigns as CM, Hemant files claim, MLAs hand over letter of support to Governor
रांची, : झारखंड के सीएम चंपई सोरेन ने बुधवार शाम 7.15 बजे राजभवन पहुंचकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को इस्तीफा सौंपा और इसके साथ ही सत्तारूढ़ गठबंधन के नए नेता हेमंत सोरेन ने नई सरकार के लिए दावा पेश करते हुए उन्हें विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा।झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर भी मौके पर मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने आज ही सीएम पद के लिए शपथ दिलाने का अनुरोध राज्यपाल से किया है। यह तीसरी बार होगा, जब हेमंत सोरेन सीएम पद की शपथ लेंगे। सबसे पहली बार वह 2013 में सीएम बने थे। दूसरी बार 2019 में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और वे दूसरी बार सीएम बने। बुधवार दोपहर हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवास पर आयोजित सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से विधायक दल का नेता चुना गया।इस दौरान कांग्रेस और झामुमो के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। बैठक में सीएम चंपई सोरेन ने खुद पद छोड़ने और हेमंत सोरेन को नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा और इस पर तमाम विधायकों ने सहमति जाहिर की। यह भी तय हुआ कि अगले तीन से चार महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन की अगुवाई हेमंत सोरेन ही करेंगे। 28 जून को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट से रेगुलर बेल मिलने और पांच महीने बाद उनके जेल से बाहर आने के साथ ही राज्य में राजनीतिक परिस्थितियां अचानक से बदलने लगी थी। हेमंत सोरेन ने मंगलवार शाम सीएम चंपई सोरेन से मुलाकात की थी। बीते 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जब हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था, तब उसके पहले भी सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने हेमंत सोरेन को किसी भी फैसले के लिए अधिकृत कर दिया था। जैसे ही ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया, उन्होंने तत्काल चंपई सोरेन को अपना उत्तराधिकारी बना दिया। हेमंत सोरेन इस्तीफा देने राजभवन पहुंचे थे तो चंपई सोरेन भी उनके साथ थे और उन्होंने उसी पल नई सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के समक्ष पेश किया था। बुधवार को भी उसी तरह हेमंत सोरेन और चंपई सोरेन एक साथ राज्यपाल के पास पहुंचे।