जमुन्द अकबरी मस्जिद में हाफ़िज़ शहनवाज़ ने की मुकम्मल तरावीह
क़ुरआन को पढ़ने वाला कभी गमजदा नही रहता: हाफिज शहनवाज़
भदोही। रमज़ान शरीफ की पहली शब से शुरू हुई नमाज़े तरावीह शनिवार को रमजान की 15 वीं शब को मोहल्ला जमुन्द अकबरी मस्जिद में हाफ़िज़ शहनवाज़ ने तरावीह की नमाज मुकम्मल कि। 20 रेकाअत नमाज़े तरावीह के मुकम्मल होने पर हाफ़िज़ शहनवाज़ ने बारगाहे परवरदिगार में हाँथ उठा कर दुआ की ऐ अल्लाह तू इस माहे मुबारक में हर मुसलमानों का रोज़ा कबूल फरमा, हर रोजेदार के रोजे को कबूल कर। ऐ अल्लाह मेरे सजदों में तड़प अता फरमा ऐ अल्लाह जो लोग दुआ के लिए हांथ उठाए है उनकी जायज़ दुआओं को कबूल फरमा, जो लोग नमाज नही पढ़ते उन्हें नमाज पढ़ने की तौफीक अता फरमा। हर मुसलमान को नेक रास्ते पर चलना सिखा दे जो लोग बीमार है उन्हें अपने करम से शिफा अता कर। ऐ अल्लाह जिसने तेरे कलाम को सुना जिसने नमाज़े तरावीह पढ़ा तू हम सब की खताओं को माफ़ फरमा, जो रोज़ी से परिशान है उन्हें रिज़्के हलाल अता कर, ऐ अल्लाह हमारे अगले पिछले गुनाहो को बख्श दे। हाफिज शहनवाज़ ने कहा क़ुरआने करीम दुनिया वालो के लिए मशअले राह है। इसलिये क़ुरआन को पढ़ो और पढ़ाओ। उसके बाद बारगाहे एमामुल अम्बिया सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम में जाफर खां ने सलातो सलाम का नज़राना पेश किया। मुक्तदियों ने हाफिज शहनवाज़ को फूल माला पहना कर मुबारकबाद पेश कि तो वहीँ मुक्तदियों ने एक दूसरे के गले मिल कर मुबारकबाद दी और लोगो में तबरुकात को बांटा गया। इस हसीं मंज़र में नगर पालिका परिषद भदोही के सीनियर सभासद गुलाम हुसैन संजरी ने नमाजे तरावीह मोकम्मल होने पर हाफिज शहनवाज को गले लगा कर मोबारकबाद पेश की तो वहीं श्री संजरी ने उन्हें नायाब तोहफा और हदिया के तौर पर नजरान-ए-अकीदत पेश की। श्री संजरी ने कहा अल्लाह ने मुसलमानों के लिए रमजान शरीफ का महीना रहमत, बरकत और मगफिरत का महीना अता किया इस लिए की हम अपने बन्दों को बेशुमार नेअमतों, बरकतों और गुनाहों से निजात दें। कहा यह अल्लाह का बेपनाह करम है। इस मौके पर सभासद गुलाम हुसैन संजरी, हाजी जमील खां, हाजी शफीक खां, हाजी इम्तियाज़ खां,गुड्डू संजरी, आजम खां, एनामुल्लाह अंसारी, मुहीब खां, गुड्डू खालसा, खुर्शीद खां, फखरे संजरी, हलीम खां,अली अकबर, नसीम अंसारी, अब्दुलाह इम्तियाज़, इक़बाल खां, सैय्यद नदीम, बब्बल खां, ज़ाफर खां, मुन्ना खां, अच्छू खां, फिरोज खां, शकील खां, अफ़ज़ाल खां,रिज़वान सिद्दीकी, दानिश नेहाल, ओसामा अहसन, जावेद अहमद, अमान खां, अशरफ संजरी, जिया सिद्दीकी, अर्सलान मुजाहिद, शाहीद सिद्दीकी, आदि लोग मौजूद रहे….