भाजपा ने युवा कर चेहरे पर जताया भरोसा।
रिपोर्ट विनय मिश्रा
देवरिया सदर लोकसभा सीट पर काफी लंबे समय से विचार चल रहा था काफी मंथन के बाद भाजपा ने शशांक मणि त्रिपाठी को कमल पुष्प उनके हाथ में थमा दिया। देखा जाए तो शशांक कुमार त्रिपाठी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि किस प्रकार है इनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी दो बार देवरिया सदर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं । इनके पिता श्रीवास मणि त्रिपाठी दो बार गौरी बाजार विधानसभा क्षेत्र विधायक रह चुके हैं उनके दादा सूरत नारायण मणि त्रिपाठी कई जनपदों में जिलाधिकारी के पद को सुशोभित किया है। आगे चलकर संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के कुलपति भी बने। साथ ही साथ दो बार शिक्षक संघ एमएलसी बनने का भी सौभाग्य प्राप्त रहा शशांक मणि त्रिपाठी शुरू से ही सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में समाज में अपना स्थान बनाए हुए हैं वर्ष 2008 में जागृति सेवा संस्थान के माध्यम से उन्होंने ढेर सारे सामाजिक काम किए हैं। आज से सामाजिक कार्यकर्ता शशांक मणि त्रिपाठी पर भारतीय जनता पार्टी में विश्वास जताते हुए युवा चेहरे को मौका दिया है।