महाराष्ट्र के जनता की यही पुकार एक साथ आएं शरद और अजित पवार,तब जाकर उतरेगा विरोधियो के सर से चुनावी बुखार। नवाब मलिक

Sharad and Ajit Pawar come together with this call of the people of Maharashtra, then the election fever will come down from the heads of the opponents. Nawab Malik

 

रिपोर्ट:रोशन लाल

मुंबई:। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। ऐसे में चुनाव-प्रचार के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। इस बीच, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता नवाब मलिक ने बुधवार को हिन्द एकता टाइम्स से कई मुद्दों पर खुलकर बात की।नवाब मलिक ने कहा, “मैं चुनाव लड़ रहा हूं और मेरे खिलाफ महायुति तथा महाविकास अघाड़ी के भी उम्मीदवार मैदान में हैं। इसके अलावा दूसरी पार्टियों के उम्मीदवार भी मेरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मानखुर्द शिवाजी नगर की जनता मेरे साथ है। मैं अंदर की बात बता देता हूं कि सभी पार्टी के कार्यकर्ता मेरे साथ हैं।”,अजित के शरद पवार के अगुवाई वाली एनसीपी (एसपी) के साथ आने के सवाल पर उन्होंने कहा, “लाठी मारने से पानी अलग नहीं होता है। महाराष्ट्र की जनता और दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि दोनों नेता और परिवार एक साथ आ जाएं। लेकिन यह निर्णय अजित पवार साहब और दादा को लेना है। सभी की इच्छा है कि दोनों नेता एक साथ आ जाएं, इसे कोई भी नकार नहीं सकता है।”,एनसीपी नेता नवाब मलिक ने सीएम योगी के ‘बंटोगे तो कटोगे’ के नारे पर कहा, “सीएम योगी की विभाजनकारी राजनीति के तरीके को इस देश के लोग कभी स्वीकार नहीं करते हैं। इस तरह के बयान और धर्म पर आधारित राजनीति की उम्र बहुत कम होती है। साल 1992 में बाबरी मस्जिद गिराई गई, पूरे देश में दंगे हुए। उत्तर प्रदेश झुलस गया और कल्याण सिंह की सरकार बर्खास्त हो गई। चार महीने में चुनाव हुए और भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया। कोर्ट के आदेश पर मंदिर बना और मंदिर के नाम पर चुनाव लड़ा गया, लेकिन भाजपा बुरी तरह से उत्तर प्रदेश में चुनाव हार गई। विभाजनकारी और धर्म के आधार पर राजनीति की उम्र कभी ज्यादा नहीं होती है। इसका राजनीति में कोई लाभ नहीं होता। यह लोगों को समझना होगा।”,दाऊद इब्राहिम के सहयोगी होने के आरोपों पर नवाब मलिक ने कहा, “मुझे बदनाम करने के लिए मेरा नाम दाऊद से जोड़ रहे हैं। कुछ नेता मुझे आतंकवादी और कुछ देशद्रोही कह रहे हैं। इन बयानों को हमारी कानूनी टीम देख रही है और उसकी जांच भी कर रही है। हम सभी लोगों को नोटिस भेजेंगे। अगर उन्होंने माफी मांग ली तो ठीक है, नहीं तो हम उन पर आपराधिक और मानहानि का केस फाइल करेंगे।”उन्होंने आगे कहा, “मै छह बार मंत्री था और मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा सकता था, मगर जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया। जब भी कोर्ट का निर्णय आएगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा। मेरे खिलाफ साजिश हो रही है और मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, मुझे दबाने की कोशिश होती है तो जनता मेरे साथ खड़ी होती है और पूरी ताकत के साथ मुझे खड़ा करती है।”,नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम को देश का दुश्मन बताया। उन्होंने कहा, “वह देश का दुश्मन है और जिस पर आरोप लगता है, उसका जवाब वही देता है। दाऊद देश छोड़कर भाग गया है और उस पर अलग-अलग तरह के आरोप भी हैं।”,उन्होंने उद्धव ठाकरे का आभार जताया। उन्होंने कहा, “मैं उद्धव ठाकरे का आभारी हूं। उन्होंने मेरी गिरफ्तारी के बाद भी मुझे अपने मंत्रिमंडल से नहीं निकाला। देश में केजरीवाल और नवाब मलिक ही दो ऐसे व्यक्ति हैं, जो जेल में भी मंत्री रहे। जब सरकार चली गई तो मेरा मंत्री पद भी गया। मेरे कांग्रेस में बहुत सारे मेरे मित्र हैं, लेकिन उन्होंने मुझे पार्टी में शामिल कराने के लिए कभी संपर्क नहीं किया है।”,उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव में बैग चेकिंग को लेकर चल रही सियासत पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मेरी भी गाड़ी को रोका जाता है। इसके लिए फ्लाइंग स्क्वॉड भी बनाया गया है। आचार संहिता का पालन सभी लोगों को करना चाहिए। क्योंकि चुनाव में पैसे का इस्तेमाल होता है, इसलिये चुनाव आयोग ने यह व्यवस्था बनाई है।नवाब मलिक ने सीएम पद दावेदारी के सवाल पर कहा कि हर नेता की इच्छा होती है कि सर्वोच्च पद पर बैठे, उसकी चाहत होती है कि वह सीएम बनें। उन्होंने कहा, “मैं साफ बता देता हूं कि मेरी ऐसी कोई चाहत नहीं है। मेरी अभी इतनी ताकत नहीं है कि सीधे दावा ठोक दूं। राजनीति में कुछ भी संभव है। भाजपा दो सीटों से सत्ता तक पहुंच गई है। आज ताकत कम है, लेकिन कल ताकत बढ़ेगी। महाराष्ट्र की जनता जानती है कि अजित पवार फिलहाल किंग मेकर रहेंगे।”

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