आजमगढ़ की पुलिस ने फर्जी शिक्षक को किया गिरफ्तार, दूसरे के दस्तावेजों पर कर रहा था नौकरी
आजमगढ़ जिले के पवई थाने की पुलिस ने शिक्षा क्षेत्र के हमीरपुर प्राथमिक विद्यालय पर तैनात और अप्रैल 2021 से फरार फर्जी शिक्षक को गुरुवार को जिले की क्राइम ब्रांच की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शिक्षक को उनके द्वारा पवई थाने पर लाया गया, जहां से पुलिस द्वारा उसका चालान कर दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त विपिन मिश्र पुत्र रमेश चंद्र मिश्र अंबेडकर नगर जिले के जहागीरगंज थाना क्षेत्र के परमेश्वरपुर गांव का रहने वाला है वह 10 वर्षो से प्राथमिक विद्यालय हमीरपुर खलीलाबाद जिले रामनगर मड़या निवासी रविशेखर मिश्र पुत्र अशोक मिश्र के नाम पर नौकरी कर रहा था। जानकारी होने पर खंड शिक्षा अधिकारी पवई पूजा पाठक द्वारा अप्रैल 2021में इसके ऊपर पवई थाने में अभियोग दर्ज कराया था। तभी से वह फरार चल रहा था।पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के निर्देश पर अपराधियो की गिरफ्तारी अभियान के तहत जिले की क्राइम ब्रांच की पुलिस विपिन मिश्र की तलाश कर रही थी। गुरुवार को उसकी तलाश में अंबेडकर नगर में डेरा जमाए, क्राइम ब्रांच के निरीक्षक शिवकुमार मिश्र और यशवंत सिंह को जरिए मुखबिर यह सूचना मिली कि विपिन मिश्र सिकंदरपुर चौराहे पर खड़ा होकर वाहन का इंतजार कर रहा है।सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसके मौसा का घर खलीलाबाद में है। उसके मौसा के घर के पास का रहने वाला परमात्मा मिश्र मिला, और उससे कहा कि 2 लाख रुपए की व्यवस्था करो तो तुम्हे नौकरी मिल जाएगी। उसके बाद रूपए की व्यवस्था कर वह उनके साथ घनश्याम तिवारी नाम के व्यक्ति को दो लाख रुपए दिया। उसके बाद घनश्याम तिवारी ने 18/08/2010 को पवई थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय में रविशेखर मिश्र के नाम से उसे नियुक्ति दिलाई। तभी से वह वहा तैनात रहा।उसने बताया कि 2020 में संपदा पोर्टल पर जब उसने रविशेखर नाम से अपना ब्योरा लोड किया तो पता चला कि उक्त नाम का व्यक्ति सुल्तानपुर जिले के अठैसी कंपोजिट विद्यालय में तैनात है। उसके बाद वह फरार हो गया।