राष्ट्रीय राजमार्ग 731बी के काश्तकारों को मुआवजे को लेकर हुई बैठक
बैठक में डीएम ने दिए धनराशि के भुगतान में तेजी लाने के लिए संबंधित लेखपालों को निर्देश
रिपोर्ट अशरफ संजरी
ज्ञानपुर,भदोही। राष्ट्रीय राजमार्ग 731बी से संबंधित काश्तकारों को मुआवजे की धनराशि के भुगतान में तेजी लाने को लेकर डीएम विशाल सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। जहां पर उन्होंने 19 नवंबर तक मुआवजे का भुगतान न करा पाने वाले संबंधित लेखपालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
इस दौरान डीएम ने बताया कि हाईवे का निर्माण शासन की प्राथमिकता में है। जिसमें उच्चाधिकारियों द्वारा गंभीरता पूर्वक मॉनिटरिंग की जा रही है। संबंधित अधिकारी व कर्मचारी को गंभीरता पूर्वक कार्य करते हुए भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिए। उन्होंने विवाद रहित भूमि के गाटों का भुगतान 19 नवंबर तक हर हाल में कराने का संबंधित लेखपालों को निर्देश दिया। 19 नवंबर के बाद भुगतान न करा पाने वाले लेखपालों के विरुद्ध शासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी। भुगतान के लिए भूमि के लंबित गाटों से संबंधित किसानो को 19 नवंबर अपराह्न साढे तीन बजे तहसील भदोही सभागार में बुलाकर डीएम की अध्यक्षता में बैठक करने का निर्देश एसडीम भदोही को दिया गया। उन्होंने संबंधित लेखपालों व एसएलओ ऑफिस के कर्मचारियों को टीम भावना के साथ काम करते हुए सभी पेंडेंसी को समाप्त करने का निर्देश दिए। सक्षम प्राधिकारी एवं एडीएम न्यायिक शिवनारायण सिंह ने लेखपालों से भुगतान की स्थिति सही न होने के कारण नाराजगी व्यक्त की और भुगतान की प्रगति बढाए जाने के लिए निर्देशित किया। राष्ट्रीय राजमार्ग 731बी से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि कुल प्राप्त धनराशि 267.18 करोड़ रुपए है। कुल वितरित धनराशि 236.72 करोड़ रुपए के बाद अवशेष धनराशि 30.46 करोड़ रुपए, लगभग 34 करोड पैकेज-1 व पैकेज-2 की धनराशि माह अगस्त में प्राप्त हुई है। ग्राम कंधिया व धनापुर का अभिनिर्णय घोषित कर धनराशि की मांग पत्र प्रेषित कर दिया गया है। पैकेज-1 व पैकेज-2 के सभी ग्रामों का कब्जा परिवर्तन अर्जन निकाय को दे दिया गया है। पैकेज-1 व पैकेज-2 के सरकारी गाटो पर स्थित परिसम्पत्तियो का अभिनिर्णय घोषित कर धनराशि की मांग पत्र प्रेषित कर दिया गया है।
इस मौके पर एसडीएम भदोही भान सिंह, डीईओ डॉ.पंकज कुमार, संबंधित निर्माण विभाग के अधिकारी, कानून गो व लेखपाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।