झारखंड में विपक्ष के प्रवासी मुख्यमंत्री चुनाव के बाद ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे : हेमंत सोरेन

In Jharkhand, the diaspora of the opposition will not be found after the chief minister election: Hemant Soren

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को संथाल परगना प्रमंडल के बरहेट, बोरियो और लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की सरकार पर आरोपों की बौछार कर दी।

उन्होंने कहा कि जब केंद्र से झारखंड का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपए की मांग की तो झारखंड के आम लोगों की आवाज दबाने के लिए उन्हें जेल में डाल दिया गया। लेकिन, उन्हें पता नहीं है कि हम झारखंडी हैं, जो अपना अधिकार लड़कर लेना जानते हैं।

सोरेन ने गुरुवार को बरहेट सीट से नामांकन का पर्चा भरा और इसके बाद तीन सीटों पर जनसभाओं को संबोधित किया। इसके पहले पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि असम के प्रवासी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ही नहीं, विपक्ष के सभी ताकतवर नेता यहां हैं। ये मौसमी पक्षी हैं, ये कुछ दिनों के लिए आएं हैं। तमाम प्रवासी मुख्यमंत्री चुनाव के बाद ढूंढने से नहीं मिलेंगे। चुनाव के बाद वो अपने काम में लगेंगे और हम अपने काम में लगेंगे।

सोरेन ने कहा कि वह झारखंड विरोधी ताकतों और साजिशकर्ताओं के सामने कभी नहीं झुके और न ही कभी झारखंड को झुकने देंगे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से उनकी सरकार पर उठाए जा रहे सवालों के बारे में पत्रकारों ने जब हेमंत सोरेन से प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि विपक्ष के हजारों नेता यहां आकर गिरे हुए हैं। उनके सवालों का जवाब देने का ठेका हमने नहीं ले रखा। हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। जनता से हमारा लगातार संवाद जारी है।

हेमंत सोरेन ने बरहेट क्षेत्र से नामांकन करने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मुझे अमर शहीदों सिदो-कानू, फूलो-झानो और चांद-भैरव की क्रांतिकारी भूमि बरहेट विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने का सौभाग्य मिला। हम वीर शहीदों और क्रांतिकारियों के सपनों के अनुसार झारखंड का निर्माण करेंगे।’

Related Articles

Back to top button