तीन दिवसीय श्री राम कथा का , विश्राम दिवस ।
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
बारा दीक्षित देवरिया। बरहज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बारा दीक्षित में विगत 44 वर्षों से निरंतर श्री राम कथा होती चली आ रही है इस वर्ष तीन दिवसीय श्री राम कथा के, विश्राम दिवस पर है बड़ोदरा गुजरात से पधारे हुए दामोदर देव चैतन्य ने श्री राम कथा का रसपान कराते हुए कहा कि रामचरितमानस भारत का संविधान है मानस में भाई से भाई का प्रेम माता से पुत्र का प्रेम पिता के प्रति पुत्र का आज्ञाकारी होना गुरुओं का सम्मान सब कुछ मानस में निहित है प्रत्येक व्यक्ति को मानस पढ़ना चाहिए रामचरितमानस तथा सागर है उसका आदि और अंत जान पाना जीवन में संभव नहीं है क्योंकि मानस में भगवान अनंत की कथा है राम अनंत अनंत गुण कथा अमित विस्तार सुनि। जनि आचरज मानिए जिनके विमल विचार, वही अयोध्या से पधारे हुए चक्रपाणि जी महाराज ने , भगवान की अनंत लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान के नाम रूप लिला धाम अद्भुत है जीवन में मनुष्य को भगवान का चिंतन करते रहना चाहिए न जाने कब परमात्मा से जीवात्मा का मिलन हो जाए। बस्ती से पधारे हुए कथा व्यास उमाकांत ओझा ने प्रभु श्री राम के नाम की महिमा पर चर्चा करते हुए कहा कि राम से बड़ा राम का नाम है पत्थर पर नाम लिख करके समुद्र में छोड़ा गया तो पत्थर तैरने लगे भगवान के नाम की महिमा भगवान गणेश जी जानते हैं नाम की चर्चा भगवान शिव जानते हैं। इस अवसर पर आयोजक उद्धव प्रसाद दीक्षित,,रविंद्र नाथ दीक्षित, राकेश दीक्षित ,तेज नारायण पांडे, राम प्रताप सिंह, रविंद्र नाथ तिवारी ,राधेश्याम मिश्रा, उदय प्रताप सिंह, तारकेश्वर तिवारी, दीपक तिवारी, मुकेश दीक्षित, लक्ष्मी प्रसाद दीक्षित, परमानंद दीक्षित, विजय बहादुर शर्मा सहित काफी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे ।