मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश के अलर्ट के बाद अब शनिवार की सुबह से ही बारिश का दौर जारी है..
जबलपुर में अचानक हुई बारिश से जहां तापमान में गिरावट आई तो किसानों के माथे पर भी चिंता बढ़ गई.. धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे पड़ी कई हजारों क्विंटल धान अचानक बारिश होने से भीग गई साथ ही कुछ इलाकों में बारिश तेज होने के कारण खेतों में पानी भर गया जिससे कि मटर, चना और मसूर की फसल में भी कुछ नुकसान किसानों को झेलना पड़ेगा… जबलपुर में धान खरीदी के लिए 100 केंद्र बनाए गए हैं जिसमें से करीब 60 खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ी धान पूरी तरह भीग गई.. मामले पर भारतीय किसान संघ ने भी किसानों की धान भीगने का जिम्मेदार जिला प्रशासन को ठहराया है..वहीं कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एक दिन पहले ही धान खरीदी में संलग्न अधिकारियों को बारिश का अलर्ट होने की वजह से खरीदी केंद्रों में तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का आदेश जारी किया गया था लेकिन तमाम आदेश के बाद भी कोई तैयारी प्रशासन द्वारा नहीं गई जिसकी वजह से किसानों की कई हजारों क्विंटल धान बारिश में भीग गई.. वहीं बारिश को देखते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने 1 जनवरी तक धान खरीदी पर रोक लगा दी है।
जबलपुर से वाजिद खान की रिपोर्ट