मोरवा नदी को पुनर्जीवित करते हुए, तटबंध पर अवैध निर्माण रोकें: डीएम 

जिला पर्यावरण व वृक्षारोपण समिति की डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक

 

भदोही। पर्यावरण प्रदूषण की निष्पादन समिति, जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक डीएम शैलेश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। डीएम ने

डीएफओ को निर्देश दिया कि पर्यावरण बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण कराए।

इस दौरान डीएम ने स्थानीय मोरवा नदी को पुर्नजीवित करने करने के लिए अधिकारियों के साथ ही जन मानस को भी श्रमदान करने को प्रेरित किया। सभी के प्रयासों से ही यह कार्य होगा। उन्होंने मोरवा नदी के तटबंध पर कोई अवैध निर्माण न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी को निर्देश दिया। डीएम ने मोरवा एवं तीन प्रमुख नालों धौरहरा, दुर्गागंज, बस्ती व नया बाजार नाला में छोड़े जाने वाले अपशिष्ट जल का उपचार, जो वरूणा नदी में सीवेज और औद्योगिक अपशिष्ट छोड़ते हुए के विभिन्न आयामों पर बल दिया। वरूणा नदी के उन हिस्सों से गाद निकालना। जहां भारी मात्रा में गाद जमी है पर विशेष निर्देश दिया गया। नदी पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य आकलन करने के लिए विभिन्न नमूना स्थलों पर जल गुणवत्ता की निगरानी बढ़ाने पर फोकस किया गया। डीएम ने बताया कि वृक्षारोपण महाभियान 2025 के क्रम में शासन स्तर से वन विभाग सहित अन्य 25 विभागों को कुल 1259760 लाख वृक्षारोपण करने का लक्ष्य आवंटित किया गया है। जिसे सभी विभागों को विभागवार आवंटित लक्ष्य को पूर्ण करना है। उन्होंने उपायुक्त मनरेगा एवं डीपीआरओ सहित सभी ईओ व बीडीओ को निर्देशित किया कि जनपद में कम से कम 300 स्थलों पर मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण कराना सुनिश्चित किया जाए।

इस मौके पर डीएफओ नीरज आर्य, रोहित कुमार क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी, समस्त ईओ व संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।

 

चित्र परिचय: बैठक में बोलते डीएम।

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