Mumbai news:गोवंडी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
रिपोर्ट/अजय उपाध्याय
मुंबई: अपनी विभिन्न मांगो को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बुधवार की दोपहर गोवंडी के गायकवाड़ नगर में विश्वदीप बुद्ध विहार के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।ज्ञात हो कि बरसात हो या गर्मी या फिर चुनाव आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बड़े ही मेहनत के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाती हैं। उसके बाद भी विगत २२ साल से आंगनवाड़ी में कार्यरत महिलाओं को वेतन न देकर सिर्फ मानधन ही दिया जा रहा है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि आंगवाड़ी की महिलाओं को समय से घर भाड़ा, लाइट बिल नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण महिलाओं में आक्रोश व्याप्त है। गत ४ दिसंबर से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का आंदोलन शुरू है।वर्तमान में नागपुर में शीतकालीन सत्र भी शुरू हो गया है। आगामी १५ दिसंबर को इस संदर्भ में बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उनकी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ अपनी मांगों को लेकर वहां जा रहे हैं।
इस दौरान देवनार प्रकल्प की महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को सरकार से जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की। अनेक महिलाओं ने कहा कि
आंगन वाड़ी कार्यकर्ताओं को आज तक पगार न दिए जाने से महंगाई के इस दौर में उनकी हालत खस्ता हो गई है। बढ़ती हुई महंगाई, गैस की कीमतों के बाद भी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। २० से २५ साल तक आंगनवाड़ी में कार्य करने वाली लक्ष्मी जोशी नामक महिला ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि बढ़ती हुई महंगाई में परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। सरकार हमें मानधन न देकर वेतन शुरू करे।लक्ष्मी जोशी ने प्रश्न किया कि सांसद और विधायक को वेतन है तो हमें वेतन क्यों नहीं ? अनेक आंगन वाड़ी कार्यकर्ताओं ने शिकायत करते हुए कहा कि मोबाइल दिया गया है लेकिन रिचार्ज हमें कराना पड़ता है। आजाद मैदान में आगामी २२ दिसंबर को जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को साल भर बीत जाने के बाद भी भाड़ा नहीं मिला है। आंगनवाड़ी कार्यक्रमों का पैसा नहीं मिला। आंगन वाड़ी कार्यकर्ता अनीता मैडम ने कहा कि घर भाड़ा, सीवीआई, मोबाइल रिचार्ज, बीमारों को कोई मदद नहीं दी जा रही है। जबकि २२ साल से अनेक महिलाएं आंगनवाड़ी में कार्य कर रही है। इस दौरान मुंबई कांग्रेस रोजगार व स्वयं रोजगार विभाग के महासचिव डॉ सत्तार खान ने कहा कि आंगनवाड़ी सेविका मदतनीस पिछले २२ साल से बरसात हो या गर्मी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाती आ रही है। लेकिन आंगन वाड़ी कार्यकर्ताओं को वेतन, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया है। खान ने कहा कि वर्ष १९७५ में देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आंगन वाड़ी योजना को अमल में लाया था। लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी आंगन वाड़ी की महिलाओं को मानधन के नाम पर मात्र १०,५०० रुपए प्रति माह दिया जा रहा है।कोरोना में काल में भी इन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने जान हथेली पर रखकर झोपड़पट्टियों में कार्य किया। फिर भी सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं कर रही है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं में शर्मिला खड़े, शोभा सोनवने, अनिता मोरे , रोहिणी सहित बड़ी संख्या में आंगन वाड़ी की महिलाएं उपस्थित थीं। बता दें कि मुंबई में तकरीबन डेढ़ लाख आंगन वाड़ी कार्यकर्ता हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।