महर्षि वाल्मीकि की मनाई गई जयंती।  महर्षि बाल्मीकि हमारे देश के महानतम कवियों में से एक हैं– प्रिंस 

 

विनय मिश्र, जिला संवाददाता।

 

बरहज, देवरिया ‌।महर्षि बाल्मीकि ने रामायण की रचना की सबसे पहले उन्होंने श्री राम चन्द्र जी के पुत्रों लव- कुश को श्लोक सिखाये, ये दोनों भाई उनके आश्रम में ही जन्मे पले बड़े हुए थे महर्षि बाल्मीकि चारशानी और सुमाली के पुत्र थे उक्त बातें महर्षि बाल्मीकि जयन्ती पर बच्चों को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जय नारायण त्रिपाठी प्रिंस ने कही! महर्षि बाल्मीकि जयन्ती प्राथमिक विद्यालय जयनगर दो-2 पर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया श्री त्रिपाठी द्वारा महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण किया गया आगे उन्होंने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महर्षि बाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषियों में से एक माने जाते हैं उनका जन्म दिवस आश्विन मास के शरद पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है कार्यक्रम को अर्चना त्रिपाठी शिक्षा मित्र एवं विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री अवधेश मालवीय ने भी संबोधित किया! कार्यक्रम में रसोइया माला देवी, सरिता देवी एवं पचासों बच्चे उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अवधेश मालवीय ने किया।

Related Articles

Back to top button