मजदूर दिवस पर कम्युनिस्ट पार्टी ने किया आयोजन,: 8 घंटे कार्य दिवस श्रम कानूनों में बदलाव का किया विरोध।
विनय मिश्र, जिला संवाददाता।
,बरहज देवरिया,
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ने बृहस्पतिवार को उजरा मोहांव में विशेष सभा का आयोजन किया।
सभा को संबोधित करते हुए हरिवंध प्रसाद ने मजदूर दिवस के ऐतिहासिक महत्व को बताते हुए कहा कि 1886 में अमेरिका के शिकागो में हुए ऐतिहासिक आंदोलन की याद में हर साल 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि पहले 12 से 18 घंटा कर लिया जाता था आंदोलन के बाद 8 घंटा काम लिया जा रहा है लेकिन वर्तमान सरकार फिर 8 घंटा के बजाय 12 घंटा मजदूरों काम लेने का नियम लागू कर रही है जिसे हम सभी कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं।
खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सचिव विनोद सिंह ने मजदूरों को अधिक से अधिक शिक्षित होने की बात कही उन्होंने कहा की सरकार मजदूर को जुवाड़ी बनना चाहती है अतः आप सभी मोबाइल का उपयोग कम करें और अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करें यदि हम शिक्षित रहेंगे तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
भारती कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सहसचिव अरविंद कुशवाहा ने कहा कि संविधान में निशुल्क शिक्षा की बात कही गई है ,लेकिन पूंजीपति शिक्षा को भी व्यवसाय बना दे रहे हैं जिससे गरीब के बच्चे शिक्षा से वंचित होते जा रहे हैं उन्होंने बताया जिस परिषदीय विद्यालय में 50 से कम बच्चे होंगे वह विद्यालय सरकार की तरफ से बंद कर दिए जाएंगे ऐसे में मजदुरवर्ग के बच्चों के शिक्षा पर काफी असर पड़ेगा। उन्होंने निजी विद्यालय को बंद करने एवं सरकारी विद्यालयों में सुविधा के साथ शिक्षा मुक्त करने की बात कही।
मजदूर अधिकार के संयोजक रामकिशोर चौहान ने मजदूरों के अन्य कानून का विरोध किया तथा मनरेगा मजदूरों का मजदुरी 600 रुपए प्रति होने व 200 दिन रोजगार देने की बात कही
इस अवसर पर संजय दीप कुशवाहा, राम ध्यान कुशवाहा, हरिचरण, काली चरण , अशोक,सुरज, कन्हैया, अखिलेश प्रसाद, भगवान दास, राम बड़ाई, विक्रम, अच्छे लाल प्रसाद,अंशु प्रसाद, राजदेव प्रसाद, प्रेम शिला देवी, रामवती, दासी, ध्रुवपति, कबूतरी, विमलावती, सोनिया, जगदंबा, सुदामी के साथ सैकड़ो मजदूर मौजूद रहे।