गौतमी अदाणी ने प्रगति के तीन मंत्र बताए
Gautam Adani gave three mantras for progress
जयपुर: अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने प्रगति के तीन मंत्र देते हुए शनिवार को एक ऐसे भारत का निर्माण करने का आह्वान किया जो यथास्थिति को बदलने का माद्दा रखता हो।राजस्थान की राजधानी जयपुर में 51वें इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी अवॉर्ड्स शो को संबोधित करते हुए गौतम अदाणी ने कहा कि सफलता के लिए तीन मंत्र हैं – टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी को अपनाना; कुशल कार्यबल को सशक्त और बेहतर बनाना; तथा युवाओं को तैयार करना और सक्षम बनाना।उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी हमारे भविष्य की नींव हैं। टेक्नोलॉजी संभावनाओं के द्वार खोलेगी और सस्टेनेबिलिटी से यह सुनिश्चित होगा कि हमारा विकास टिकाऊ होगा। दोनों मिलकर बेहतर भविष्य की दिशा तय करते हैं।अदाणी समूह के चेयरमैन ने कहा कि देश के छोटे-छोटे शहरों में कई कारीगर और शिल्पी हैं, जिनके पास हुनर तो है लेकिन वे उसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। उन्हें नए टूल्स तक पहुंच, डिजिटल प्लेटफॉर्म और नवाचारी प्रशिक्षण की जरूरत है। इसके बाद वे अपने हुनर को दुनिया तक पहुंचा सकेंगे और बाजार तक पहुंच हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि परंपरा और प्रौद्योगिकी की इस जुगलबंदी का लाभ उठाने की जरूरत है।गौतम अदाणी ने कहा कि भविष्य युवाओं का है। वे ताजा सोच, अथक ऊर्जा और सोचने के पुराने ढर्रे को बदलने की इच्छा शक्ति से साथ आते हैं। हमें उन्हें तैयार करना चाहिए और सक्षम बनाना चाहिए, ताकि परंपरा और परिवर्तन, संस्कृति और नवाचार में संतुलन बना रहे। उन्होंने कहा, “वे सिर्फ भविष्य के भागीदार नहीं हैं, वे इसके आर्किटेक्ट हैं।”,अंत में उन्होंने कहा, “मिलकर हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना चाहिए जिसमें परंपरा और नवाचार मिलकर यथास्थिति को चुनौती देते हैं।”