दीवानी न्यायालय में लोक अदालत का हुआ शुभारंभ

Lok Adalat was launched in Civil Court

आजमगढ़ दीवानी न्यायालय,लोक अदालत का हुआ शुभारंभराष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ द्वारा जनपद न्यायाधीश जय प्रकाश पाण्डेय की अध्यक्षता में शनिवार को जनपद न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें न्यायिक अधिकारीगण, बैंक पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। जनपद न्यायाधीश जय प्रकाश पाण्डेय द्वारा वाग्देवी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। जनपद न्यायाधीश ने कहा कि लोक अदालत आम आदमी के लिए उपलब्ध एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र है, जिसके माध्यम से विवाद का निपटारा निःशुल्क व त्वरित किया जाता है। लोक अदालत में दिया गया फैसला अन्तिम होता है। उसके खिलाफ किसी उपरी न्यायालय में अपील नहीं होती हैं। लोक अदालत में दिये गये फैसले सुलह-समझौते के आधार पर होते हैं इसलिए पक्षकारों के बीच मतभेद भी समाप्त हो जाते है। इसमें न कोई जीतता है और न ही कोई हारता है।लोक अदालत में निस्तारण हेतु कुल 113161 वाद चिन्हित किये गये थे, जिसमें कुल 95957 वाद निस्तारित हुए तथा 15 करोड़ 42 लाख 75 हजार 339 रुपए की धनराशि का समझौता हुआ।

प्रीलिटिगेशन स्तर पर 81357 तथा कोर्ट से 14600 दीवानी व फौजदारी वाद, राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित हुए।
जिसमें जिला जज द्वारा 1, अजय कुमार सिंह पीठासीन अधिकारी न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 68, अहसानुल्लाह खान प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय द्वारा 50, संदीपा यादव अपर प्रधान न्यायाधीश द्वारा 29, प्रेम शंकर अपर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक द्वारा 51 वादों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश अहसानुल्लाह खान, अपर प्रधान न्यायाधीशगण संदीपा यादव व प्रेम शंकर तथा काउन्सलर्स कुलदीप कुमार सिंह, श्रवण कुमार गुप्ता, विनय कुमार तिवारी के सकारात्मक सहयोग से कुल 21 दम्पत्तियों को लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर मेल मिलाप कराकर सहर्ष विदा किया गया। सतीश चन्द्र द्विवेदी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा कुल 03, कमला पति- विशेष न्यायाधीश एस०सी०/एस०टी० एक्ट द्वारा 06, जैनेद्र कुमार पाण्डेय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट द्वारा 03, अजय श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश ई०सी० एक्ट द्वारा कुल 168, संतोष कुमार यादव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा 10, रमेश चन्द-II अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ०टी०सी० 04, जैनुद्दीन अंसारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ०टी०सी०-2 द्वारा 1 वाद का निस्तारण किया गया। सत्यवीर सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 2754 निस्तारण किया गया। कार्यक्रम का संचालन धनंजय कुमार मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ द्वारा किया गया।

Related Articles

Back to top button