झारखंड में हेमंत सरकार की घेराबंदी के लिए भाजपा का ‘मिला क्या’ कैंपेन, गांव-गांव तक निकाली जाएगी यात्रा

BJP's 'Mila Kya' campaign to encircle Hemant Sarkar in Jharkhand

The Bharatiya Janata Party (BJP) has launched an aggressive campaign to siege the Hemant Soren government in Jharkhand. The campaign’s punch line is ‘Mila Kya?’ More than 20,000 posts in days

रांची (झारखंड) भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की घेराबंदी के लिए आक्रामक कैंपेन शुरू किया है। इस कैंपेन की पंच लाइन है- ‘मिला क्या?’ पार्टी के नेता-कार्यकर्ता 2019 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी की ओर से किए गए वादों की याद दिलाते हुए सवाल दाग रहे हैं।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसको लेकर बीते तीन दिनों में 20 हजार से ज्यादा पोस्ट किए गए हैं। झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को रांची में यह कैंपेन लॉन्च किया था। इसे गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए पार्टी ने जनसंपर्क यात्राएं निकालने का कार्यक्रम तय किया है।राज्य के पांचों प्रमंडलों में इस कैंपेन को गति देने के लिए सितंबर महीने में बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें देश के भाजपा शासित राज्यों के सीएम और पार्टी के बड़े नेता मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, ओडिशा के सीएम मोहन चरण मांझी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव इस कैंपेन को प्रमंडलवार लॉन्च करने के लिए झारखंड आएंगे।झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने इसे लेकर पार्टी के विधानसभा विस्तारकों के साथ बैठक की और उनके साथ रणनीति साझा की है। इस कैंपेन के तहत पार्टी ने वीडियो, ऑडियो क्लिप और पोस्टर्स की एक सीरीज तैयार की है, जिसमें नौकरी, महिलाओं को बिना गारंटी लोन, हर गरीब परिवार को सालाना 72 हजार रुपए की राशि, बेरोजगारों को हर माह पांच से सात हजार रुपए का बेरोजगारी भत्ता देने जैसे झामुमो-कांग्रेस के वादों का जिक्र करते हुए सवाल उठाया जा रहा है कि, ‘हमें तो नहीं मिला, आपको मिला क्या?’
भाजपा का लक्ष्य इस अभियान के जरिए राज्य में करीब डेढ़ करोड़ लोगों तक संदेश पहुंचाने का है। झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी कहते हैं, ‘झामुमो-कांग्रेस-राजद की सरकार ने राज्य के हर वर्ग से वादाखिलाफी है। उन्हें बड़े-बड़े सपने दिखाकर ठगा गया है। मिला क्या अभियान के जरिए हम राज्य के एक-एक व्यक्ति तक पहुंचेंगे।’

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