सातवीं मुहर्रम कि रात निकला मोहल्ला जमुंद से अखाड़ा मोहम्मदिया
फन-ए-सिपहगिरी दिखा कर शहीदाने कर्बला को पेश की गई खिराजे अक़ीदत
भदोही। मोहल्ला जमुंद से सातवीं मुहर्रम की रात अखाड़ा मोहम्मदिया अपने पूरी शानो शौकत व परंपरागत मार्गो से होकर निकला। मोहल्ला गोरियाना मैदान मे अखाड़ा के खलीफा हाफ़िज़ अशफाक़ रब्बानी को रस्मो रिवाज़ के मुताबिक़ साफा बांधा गया तो वहीं अखाड़ा के सरपरस्त समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव आरिफ सिद्दीक़ी को अखाड़ा के खलीफा हाफ़िज़ अशफाक़ रब्बानी ने साफा बाँध कर सरपरस्ती के लिए शुक्रिया अदा किया। श्री सिद्दीक़ी ने कर्बला के शहीदों को खेराजे अक़ीदत पेश किया। इसी तरह सरपरस्त पत्रकार आफ़ताब अंसारी सभासद गुलाम हुसैन संजरी, चंदू सिद्दीकी, सभासद पति अलाउद्दीन खां, नसीम राइन, हैदर अली राइन, जमशेद खां, नदीम अहमद सिद्दीकी, चन्दू खां, आज़म खां, जुनेद खां, असलम खां बच्चू को साफा बांधा गया।उसके बाद खलीफा हाफिज अशफाक़ रब्बानी से खिलाड़ियों ने मुसाफा कर दो-दो हांथ कला कौशल का प्रदर्शन किया।अखाड़ा मे खिलाड़ियों ने बाना बनेती बिनवट व बंदिश को दर्शाया और वाकेयाते कर्बला की याद को ताज़ा किया। अखाड़ा के खिलाड़ियों ने देर रात मोहल्ला गोरियाना मैदान में अपने कला कौशल को प्रदर्शन कर कर्बला-ए-मोअल्ला में हुए जंग की याद को ताजा कर रहे थे।अखाड़ा मोहल्ला गोरियाना से देर रात उठ कर जमुंद कज़ियाना पहुंचा जहां खिलाड़ियों ने अपने कला कौशल का जौहर पेश किया। उसके बाद मेन रोड तकिया कल्लन शाह होते हुए लिप्पन तिराहा से कौशल्या अस्पताल ज्ञानदेवी स्कूल होते हुए कोट बाड़ा से पुनः गोरियाना मैदान पहुँच कर सम्पन हुआ।अखाड़ा मोहम्मदिया भाईचारे आपसी मेल मोहब्बत का संदेश देते हुए शासन-प्रशासन के गाइड लाइन के मुताबिक शांति एवं सौहार्द को कायम करते हुए भदोही की गंगा जमुनी तहजीब भाई चारे के लिए मिसाल बने।श्री रब्बानी ने कहा मेरे प्यारे हुसैन ने कर्बला की धरती से अम्न का परचम लहराया है और हमें यही दर्स मिला कर्बला से कि सब्र से काम लेना मजहबे इस्लाम की पहचान है। इस मौके पर अरसलान खां, अमजद खां, अकबर बल्ला खां, जिलानी, फ़राज़ खां असगर अंसारी, आरजू खां अलाउद्दीन अंसारी, मेराज अंसारी, आबिद अंसारी, शमशेर खां, भोलू खां, फ़ैयाज़ खां, इश्तियाज़ अंसारी, टीपू खां, शाहिद अंसारी, बब्लू खां, अफजल अंसारी, इमरान खां, इरशाद अंसारी, साबिर अंसारी, यूसुस खां, बब्लू राईन, नुर मोहम्मद, वैस खां, सुल्तान राईन, आमिर खां, सलमान राईन, इम्तियाज़ अंसारी, आदि प्रमुख रहे।इसी तरह अखाड़ा दाता कल्लन शाह अखाड़ा बाज़ार सलावत खां अखाड़ा दरोपुर निकला जो अपने कला कौशल का मुजाहरा कर शहीदाने कर्बला को खिराजे अक़ीदत पेश किया।