Breaking akola news:अकोला के पारस में दर्दनाक हादसा, आरती के दौरान चार की मौत…घायलों मंजिला सरकारी अस्पताल में चल रहा है उपचार
रिपोर्ट:मोहम्मद जुनेद
अकोला- जिले में शुक्रवार के बाद रविवार को फिर एक बार बारिश ने दस्तक दी। रविवार 9 अप्रैल को शाम के समय बिजली की जोरदार गड़गड़ाहट के साथ मौसम की तूफानी बारिश हुई. इस दौरान बालापुर तहसील के पारस गांव में बाबूजी महाराज संस्थान में शाम के समय की आरती शुरू थी. बाबूजी महाराज संस्थान के परिसर में स्थित टीन शेड के नीचे आरती के लिए कई लोग उपस्थित थे. तूफानी बारिश के कारण मंदिर के पास वाला नीम का एक बड़ा पेड़ अचानक टीन शेड पर गिर गया. उस समय आरती के लिए इकट्ठा टीन शेड के नीचे खड़े सभी लोग ढेर के नीचे दब गए . इस घटना में अभी तक 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं इस प्रकार की चर्चा चल रही है. इस घटना में टीन शेड के नीचे दबे 20 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है इस प्रकार की जानकारी बालापुर पुलिस थाने के थानेदार अनिल जुमले ने दी है.
घायलों पर जिला सरकारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। अकोला जिले के बालापुर तहसील में पारस गांव है. यहां बरड परिसर में बाबूजी महाराज संस्थान का मंदिर है. रविवार होने के कारण शाम की आरती के लिए लोगों ने भारी भीड़ की थी. मंदिर परिसर में टिन का बड़ा शेड होने के कारण उसके नीचे 40 से 50 लोग आरती के लिए उपस्थित थे इस दौरान अचानक शाम के समय बिजली की गड़गड़ाहट के साथ बेमौसम की तूफानी बारिश शुरू हो गई. उस समय मंदिर संस्थान से लगकर काफी बड़ा नीम का पेड़ अचानक धराशाई होकर मंदिर के टीन शेड पर जा गिरा जिसके कारण 3 सीट के नीचे खड़े सभी लोग दब गए. इस घटना में 4 लोगों की मौत होने की जानकारी प्राप्त हुई है जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं.
घायलों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है. जोरदार बारिश जारी रहने के कारण अभी तक मरने वालों के नाम की जानकारी नहीं मिल पाई है इस दौरान इस घटना की जानकारी मिलते ही बालापुर पुलिस थाने के थानेदार अनिल जुमले अपने सरकारों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने स्थानीय नागरिकों की सहायता से मरने वालों और घायलों को बाहर निकालने का कार्य शुरू कर दिया था. इस दुखद घटना की दखल राज्य के उपमुख्यमंत्री व जिले के पालक मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ली है उन्होंने आरोग्य यंत्रणा और पुलिस को तुरंत राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही विधायक रणधीर सावरकर को घटनास्थल पर भेज कर वहां की स्थिति पर नजर रखने को कहा है साथ ही जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि राहत कार्य में किसी भी प्रकार की कमी ना आ पाए. इस घटना के कारण अकोला जिले में शोक की लहर दौड़ गई है