आजमगढ़:अगर नहीं मरता मरीज तो अस्पताल नहीं होता सीज

Azamgarh: If the patient does not die, the hospital would not be seized

Azamgarh:
रिपोर्ट: रोशन लाल
आजमगढ़:क्षेत्र में जोरदार चर्चा है कि भले ही स्वास्थ विभाग अवैध रूप से चल रहे एक अस्पताल को सीज कर दिया है। लेकिन आज भी स्वास्थ विभाग की ही मेहरबानी पर दर्जनों अस्पताल इस क्षेत्र में फल फूल रहे हैं।स्वास्थ विभाग की इस कार्रवाई पर भी जनता के बीच में सवाल उठ रहे हैं ? कि शायद यदि डिलेवरी के समय महिला की मृत्यु नहोती तो शायद यह अस्पताल भी सीज नहीं होता।क्योंकि न पीड़ित परिजन डॉक्टर की शिकायत करते न अस्पताल सीज होता।जानकारी के अनुसार आजमगढ़ जिला के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के पल्हना मुख्य मार्ग स्थित लालगंज मसीरपुर बाजार में कुछ दिन पूर्व हुई प्रसूता की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को अस्पताल की जांच कर उसे सीज करते हुए अस्पताल संचालक व डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है।30 जुलाई की दोपहर को विश्वकर्मा अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला की हालत बिगड़ने लगी और डिलवरी के बाद उसकी मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया और उन्हों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा। जिसके बाद अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने जबरदस्ती महिला के शव को अपने एबुंलेस से उसके घर पहुंचाकर फरार हो गए। परिजनों ने पुलिस को फोन कर के घटना की जाकारी दिया।मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। मृतिका के पति विजय कुमार ने डॉक्टर बीएल विश्वकर्मा पर इलााज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ डाक्टर अशोक कुमार से शिकायत की। सीएमओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो सदस्यी टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए। दोपहर को जांच करने दो सदस्यी टीम एसीएमओ डॉक्टर अरविंद चौधरी और डॉक्टर लालगंज सीएचसी प्रभारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और चौकी प्रभारी अमित कुमार द्वारा विश्वकर्मा अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल में हड़कंप मच गया। मौका पाते ही डॉक्टर अस्पताल छोड़कर फरार हो गया। जांच टीम ने मौजूद स्टाफ से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सहित अन्य कागजात मांगी तो पता चला कि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नहीं है।और कोई कागजात भी स्टाफ नहीं दिखा सका। इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया और डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए संबंधित अधिकारियों के माध्यम से करवाई किया। इस छापेमारी से लालगंज में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, अस्पताल संचालक पैथोलॉजी की दुकान बंद कर फरार हो गए। ए सीएमओ डॉक्टर अरविंद चौधरी ने बताया कि काफी लंबे समय से विश्वकर्मा हास्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा था, पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की गई। क्षेत्र में और भी अवैध रूप से संचालित हो रहे हॉस्पिटलों के खिलाफ अभियान चलाकर करवाई की जाएगी।

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