छठे चरण में बिहार, दिल्ली, हरियाणा और झारखंड में पिछले प्रदर्शन को दोहराना चाहती है भाजपा
In the sixth phase, the BJP wants to repeat the previous performances in Bihar, Delhi, Haryana and Jharkhand
नई दिल्ली, 24 मई। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत 25 मई यानी शनिवार को देश के 8 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। छठे चरण का यह लोकसभा चुनाव भाजपा के लिए कई मायनों में अहम माना जा रहा है।
केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के मिशन में जुटी भाजपा छठे चरण की चुनाव वाली सीटों पर जहां एक तरफ बिहार, दिल्ली, हरियाणा और झारखंड में 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को दोहराना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ ओडिशा, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार सीटों की संख्या बढ़ाने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
पिछले चुनाव के नतीजों की बात करें तो इन 58 लोकसभा सीटों में से भाजपा को अकेले 40 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा ने सपा को हराकर आजमगढ़ लोकसभा सीट भी छीन ली। इस तरह से 41 लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा हो गया।
एनडीए गठबंधन के घटक दलों की बात करें तो जेडीयू के पास 3 और एलजेपी एवं आजसू के पास इनमें से 1-1 सीट है। यानी कुल मिलाकर देखा जाए तो इन 58 लोकसभा सीटों में 46 पर एनडीए के सांसद हैं।
बिहार में जिन 8 सीटों और झारखंड में जिन 4 सीटों पर शनिवार को चुनाव होना है, ये सभी एनडीए गठबंधन की सीट हैं। वहीं हरियाणा की सभी 10 और दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा ने अकेले अपने दम पर जीत हासिल की थी। भाजपा इन सभी राज्यों में अपने और एनडीए के पिछले प्रदर्शन को दोहराने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
भाजपा अकेले 370 और एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ 400 पार के मिशन के साथ चुनाव लड़ रही है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी की नजरें खासतौर से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों पर टिकी हुई हैं जहां सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।
उत्तर प्रदेश की जिन 14 लोकसभा सीटों पर शनिवार को चुनाव होना है, उसमें से 10 पर भाजपा और 4 पर बसपा के सांसद जीते थे। भाजपा इस बार बसपा के कब्जे वाली इन चारों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करना चाहती है।
पश्चिम बंगाल में जिन 8 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें से भाजपा के पास 5 और तृणमूल कांग्रेस के पास 3 सीट है। वहीं ओडिशा में जिन 6 सीटों पर चुनाव होना है, उसमें से 4 पर बीजू जनता दल और 2 पर भाजपा को जीत मिली थी।
पार्टी इस बार इन तीनों राज्य — पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में सीटों की संख्या बढ़ने का दावा कर रही है। जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग राजौरी लोकसभा सीट पर भी शनिवार को मतदान होना है।