बिहारी छात्रों से मारपीट प्रकरण पर बोले शत्रुघ्न सिन्हा, आरोपियों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
Shatrughan Sinha spoke on the incident of assault on Bihari students, strict action should be taken against the accused
पटना: बॉलीवुड अभिनेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में बिहार के छात्रों के साथ मारपीट को निंदनीय बताते हुए घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
सांसद ने कहा, “यह घटना सही नहीं है। गरीब घर के बच्चों को पीटा गया। मैं कहना चाहूंगा कि जिन लोगों ने भी ऐसा किया है, उनकी पहचान होनी चाहिए। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यह निंदनीय घटना जांच का विषय है। इस घटना में संलिप्त आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “इस घटना को बंगाल बनाम बिहार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि मैं देख रहा हूं कि कुछ लोग इस घटना को लगातार बंगाल बनाम बिहार का रूप दे रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। बंगाल में अगर बंगालियों के बाद सबसे ज्यादा कोई काम करता है, तो वे बिहार के ही लोग हैं। कोयला खदानों में सबसे ज्यादा बिहार के मजदूर हैं। हमारे आसनसोल में भाईचारा है। वहां लोग सर्वधर्म समभाव पर बल देते हैं। मुझे लगता है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई हुई है। मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि जांच के दौरान यह पता लगाया जाए कि आखिर यह घटना कैसे हुई?”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अब इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।”
बता दें कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था। इसमें कुछ लोग बिहारी छात्रों को पीटते दिख रहे थे। ये छात्र पश्चिम बंगाल में एसएससी की परीक्षा देने आए थे। तभी उनके साथ यह अभद्र व्यवहार हुआ। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि बंगाली में कुछ लोग बिहारी छात्रों से कह रहे हैं कि क्या तुम्हें बंगाली आती है। इस पर बिहारी छात्र कहते हैं कि उन्हें बंगाली नहीं, हिंदी आती है। इस पर वे लोग गुस्सा जाते हैं और छात्रों को पीटना शुरू कर देते हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्रों को पीटने वाले लोग ‘बांग्ला पोक्खो’ संगठन से जुड़े हुए हैं। यह एक कट्टरवादी संगठन है, जो प्रदेश में बंगाली विचारधारा को विस्तार देने में जुटा हुआ है। इस मारपीट प्रकरण में संलिप्त आरोपियों की पहचान रजत भट्टाचार्य और गिरिधारी रॉय के रूप में हुई है।