अलीगढ़ : महिला कैदियों के बनाए दीये अब नमो एप पर भी आएंगे नजर

Aligarh: Diyas made by women prisoners will now be visible on Namo app too

अलीगढ़: दीपावली को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। लोग अपने घरों को सजाना शुरू कर चुके हैं। बाजारों में भी खासा रौनक देखने को मिल रही है। लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। सभी को बस अब उस पल का इंतजार है, जब लोग अपने परिवार के बीच रहकर दीपावली की खुशी शेयर करेंगे।

 

इस बीच, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ कारागार में महिला कैदियों ने सराहनीय पहल की है, जिसकी चौतरफा चर्चा हो रही है। महिला कैदियों द्वारा बनाए दीयों को बाजार में बेचा जा रहा है।

यही नहीं, इन कैदियों द्वारा बनाए गए दीयों को नमो एप पर अपलोड करके भी बेचा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का भी कहना है कि इन दीयों को नमो एप पर बेचे जाने से ग्राहक इसकी ओर आकर्ष‍ित हो रहे हैं।

जिला कारागार के सुपरिंटेंडेंट विजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि महिला कैदियों द्वारा दीये में अलग-अलग डिजाइन बनाए गए हैं। आत्मनिर्भर योजना के तहत महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है। वर्तमान में जिला कारागार में जो दीये बनाए गए हैं। उसकी फोटो नमो एप पर भी अपलोड की जाएगी, ताकि यह मैसेज देश भर में जा सके कि जिला कारागार में मह‍िला कैदी आत्मनिर्भर हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि महिला कैदियों द्वारा बनाए गए दीये की एक प्रदर्शनी जिला कारागार के बाहर लगाई गई है। आम नागरिक वहां से खरीदारी कर सकते हैं। खरीदारी के बाद जो पैसा आएगा, उसे महिलाओं को दिया जाएगा।

बता दें कि बीते दिनों दुकानदारों ने शिकायत की थी कि इस बार लोगों का रुझान भारतीय उत्पादों से ज्यादा चीन निर्मित उत्पादों पर ज्यादा है। इस वजह से हमें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

कुछ दुकानदारों ने कहा कि अब ग्राहक ज्यादा आधुनिक हो गए हैं। कोई भी दीये में रूई, और तेल डालकर उसे जलाना नहीं चाहता है। अब लोग ज्यादा मेहनत करना नहीं चाहते हैं, इसलिए चीन निर्मित उत्पादों की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।

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