आजमगढ़ में 25हज़ार की रिश्वत लेते ग्राम विकास अधिकारी गिरफ्तार, आजमगढ़ महोत्सव के कूपन को लेकर प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी से हुआ था विवाद
रिपोर्ट: मोहम्मद राजिक शेख
आजमगढ़:मेंहनगर तहसील में शुक्रवार को बंद कमरे में पत्रावलियां निपटाने को लेकर वकीलों और तहसीलदार के बीच जमकर नोकझोंक हो गई। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार को घेरकर नारेबाजी शुरू कर दी।A heated clash broke out between lawyers and the tehsildar in Mehnagar tehsil on Friday over the settlement of papers in a closed room. The advocates surrounded the tehsildar and started chanting slogans,खबर पाकर मेंहनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान वकील में परिसर में प्रदर्शन करने लगे।मामला संज्ञान में आने के बाद लालगंज सीओ, एसडीम के साथ एडीएम प्रशासन भागकर मौके पर पहुंचे,काफी देर तब बातचीत के बाद एडीएम ने किसी तरह वकीलों को समझाकर शांत कराया। शुक्रवार को कुछ अधिवक्ता काम से तहसीलदार न्यायालय की तरफ गए थे। उनका आरोप है कि तहसीलदार राजू कुमार न्यायालय कक्ष में बाहर से ताला लगवाकर अंदर काफी संख्या में बाहरी कर्मचारियों को इकट्ठा कर विवादित पत्रावलियों में आदेश तैयार करा रहे थे। ताला खुलने के बाद पूछने पर उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मामले की जानकारी होने के बाद अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजनाथ यादव के साथ बड़ी संख्या में वकील वहां पहुंच गए। न्यायालय में वकीलों और तहसीलदार के बीच जमकर नोकझोंक हुई। नाराज अधिवक्ता न्यायालय के समक्ष नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। इसी बीच तहसीलदार ने मेंहनगर थाने में फोन कर भारी संख्या में फोर्स बुला लिया। अधिवक्ता तहसीलदार के स्थानांतरण की मांग करते हुए नारेबाजी करते रहे। बाद में बैठक कर तहसीलदार का ट्रांसफर न होने पर काम नहीं करने का निर्णय लिया। उधर, मामले की जानकारी होते ही एडीएम प्रशासन राहुल कश्यप, एसडीएम लालगंज एसएन त्रिपाठी, न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेंद्र गंगवार, नायब तहसीलदार विशाल कुमार और क्षेत्राधिकारी लालगंज मनोज रघुवंशी मौके पर पहुंच गए। एडीएम ने अध्यक्ष राजनाथ यादव समेत अन्य अधिवक्ताओं से काफी देर तक बातचीत की,इस दौरान वकीलों ने उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया, एडीएम ने दोबारा ऐसा न होने का आश्वासन देते हुए किसी तरह वकीलों को समझाकर शांत कराया। एडीएम प्रशासन ने बताया कि कुछ भ्रांतियां थीं, जिन्हें दूर कर लिया गया है। आगे से ऐसा नहीं होगा और सुचारू रूप से काम चलेगा,इस दौरान संघ के अध्यक्ष राजनाथ यादव , मंत्री श्यामबिहारी सरोज, पूर्व अध्यक्ष अनिल वर्मा, राजबहादुर सिंह, विनोद सिंह, रामजन्म सिंह, अशोक यादव, प्रमोद दुबे, कमलेश सिंह, हरिवंश यादव, हेमंत राय, सुशील राय समेत अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।During the process, the lawyers briefed them on the entire development, the ADM somehow calmed the lawyers down by persuading them, assuring them that it would not happen again. The ADM administration said there were some misconceptions that have been cleared. During the meeting, RSS president Rajnath Yadav, minister Shyambahari Saroj, former president Anil Verma, Raj Bahadur Singh, Vinod Singh, Ramjanm Singh, Ashok Yadav, Pramod Dubey, Kamlesh Singh, Harivansh Yadav, Hemant Roy, Sushil Roy and other advocates were present.मेंहनगर तहसीलदार राजू कुमार के साथ कुछ महीनों पहले निजामाबाद तहसील में तैनाती के दौरान भी विवाद हुआ था। भाजपाइयों से उनकी ठन गई थी। तहसील में काफी हंगामा और बवाल हुआ था। जिसके बाद उनका स्थानांतरण निजामाबाद से मेंहनगर तहसील में किया गया था।There was also a dispute with Mehnagar tehsildar Raju Kumar during his posting in Nizamabad tehsil a few months ago. He had a feud with the BJP. There was a lot of commotion and rioting in the tehsil. He was transferred from Nizamabad to Mehnagar tehsil.