दिल्ली में भाजपा की प्रचंड जीत पर गौरव वल्लभ ने कहा- आपदा का अंत, विकास का ख‍िला कमल

 

नई दिल्ली, 8 फरवरी : दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी करते हुए स्पष्ट बहुमत हासिल किया। 70 सीटों में से भाजपा ने 48 पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को 22 सीटें मिलीं। कांग्रेस एक बार फिर खाता खोलने में नाकाम रही। इस ऐतिहासिक जीत पर भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला।

गौरव वल्लभ ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “दिल्ली के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी, उनके विकास मॉडल और विकसित भारत के संकल्प पर वोट किया है। उन्होंने उस व्यक्ति को हराया है, जो कलयुग का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी था। दिल्ली के लोगों ने उसे नकार दिया, जिसने पिछले दस वर्षों में विश्वासघात किया और झूठे वादों से राजनीति की।”

वल्लभ ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब दिल्ली कोरोना महामारी से जूझ रही थी, तब आप सरकार शराब घोटाले में लिप्त थी। “उस समय जब दिल्ली की जनता संकट में थी, तब केजरीवाल सरकार करोड़ों रुपये के पर्दे और गटर के निर्माण पर खर्च कर रही थी। जनता ने इस भ्रष्टाचार का करारा जवाब दिया है। अब आपदा का अंत हो गया है और विकास का कमल दिल्ली में खिला है।”

उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अब एक स्वच्छ और पारदर्शी सरकार देखेगी। “जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त थे, जेल गए और जनता के पैसे का दुरुपयोग किया, वे आज राजनीतिक हाशिए पर पहुंच गए हैं। सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और खुद अरविंद केजरीवाल जनता के साथ किए गए विश्वासघात की सजा भुगत रहे हैं। अब दिल्ली में विकास की राजनीति होगी, महिलाओं के सम्मान की रक्षा होगी और सरकारी धन का सदुपयोग जनता की भलाई के लिए किया जाएगा।”

वल्लभ ने कहा कि अब दिल्ली में ऐसी सरकार नहीं होगी, जो महलों और महंगे पर्दों पर जनता का पैसा खर्च करे। “हमारी सरकार का ध्यान करोड़ों रुपये के कमोड और झूठे प्रचार पर नहीं, बल्कि लोगों को नए घर देने पर होगा। दिल्ली में भाजपा की सरकार जनता की सेवा और विकास के लिए काम करेगी।”

बता दें कि भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से उन्होंने 48 जीती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं। कांग्रेस का खाता नहीं खुला है। इससे पहले भाजपा ने 1993 में 49 सीट जीतकर दो तिहाई बहुमत हासिल किया था, जिसके बाद मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री बनीं। 1998 के बाद, कांग्रेस ने 15 साल तक शासन किया और 2013 से आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई थी। इस चुनाव में भाजपा ने 71 फीसदी स्ट्राइक रेट के साथ 40 सीटें जोड़ी हैं, पार्टी ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का नुकसान हुआ, और उनका स्ट्राइक रेट 31 फीसदी रहा।

भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले अपने वोट शेयर में 9 फीसदी से अधिक की वृद्धि की है, जबकि आप का वोट शेयर लगभग 10 फीसदी घटा है। कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली, लेकिन उन्होंने अपने वोट शेयर में 2 फीसदी की वृद्धि की है।

अधिक अपडेटिंग के लिए बने रहे Hind Ekta Times पर एडिटर आफताब आलम

Related Articles

Back to top button