माहवारी की जानकारी, बदलेगी दुनिया सारी
Information about menstruation will change the whole world
रिपोर्ट:चन्द्रेश यादव
आजमगढ़:ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतर्गत अतरौलिया ब्लॉक के 10 ग्राम पंचायतों में नारी संघ की महिलाओं व किशोरियों के साथ बैठक व रैली के द्वारा माहवारी स्वच्छता, लैंगिक भेदभाव व महिला हिंसा की गांव में स्थिति और उसे रोकने में नारी संघ की भूमिका पर चर्चा की गई, प्रतिभागियों को बताया गया कि माहवारी स्वच्छता प्रबंधन दिवस, जो हर साल 28 मई को मनाया जाता है, मासिक धर्म, स्वस्थ्य मानव अधिकारों, गरिमा और सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक मूलभूत पहलू है, जो वर्जनाओं को तोड़ने और अच्छे मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। मासिक धर्म के दौरान लड़कियों, महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियाँ बुनियादी सेवाओं की आपूर्ति या बुनियादी ढाँचे की कमी से कहीं ज़्यादा हैं। मासिक धर्म के बारे में जानकारी की कमी के कारण अस्वच्छ और अस्वस्थ मासिक धर्म संबंधी प्रथाएँ होती हैं जिससे गलत धारणाएँ और नकारात्मक दृष्टिकोण पैदा होते हैं, जो लिंग आधारित हिंसा को भी प्रेरित करते हैं। लड़कियों और महिलाओं में जागरूकता की कमी के चलते पीढ़ियों से मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को बढ़ा रही है, जो उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और मानव विकास को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही है। परियोजना समन्वयक ज्योति द्वारा बताया गया कि जब तक हमारे समाज से माहवारी पर खुल कर चर्चा नहीं होगी और इसकी महत्ता और उपयोगिता के बारे में वैज्ञानिक रूप से समाज को जागरूक नहीं किया जायेगा तब तक इस पर बने सामाजिक भेदभाव होते रहेंगे | माहवारी स्वच्छता प्रबंधन को लेकर समुदाय में माहवारी के दौरान स्वच्छ सूती कपड़े से बने पैड का प्रयोग करे ताकि प्रजनन तंत्र के संक्रमण व बीमारी से बचे किसी प्रकार के संक्रमण की समस्या होने पर स्थानीय चिकित्सक से परामर्श ले। किशोरी बालिकाओं में मासिक-धर्म के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा करने की जिम्मेदारी नारी संघ की महिलाओं को लेने पर जोर दिया गया।