मऊ:डॉ.रामविलास भारती का मेधावी बच्चों को पढ़ाने एवं समाज को बदलने का संकल्प अद्वितीय
प्रो. एस.एन.आर. रिजवी
जूनियर हाईस्कूल धरौली घोसी के प्रांगण में आयोजित माता जगपुरनीदेवी बरखुराम शैक्षणिक समवृद्धि छात्रवृत्ति एवं गोष्ठी में लाभान्वित विद्यार्थी एवं सम्मानित लोग
रिपोर्ट:अशोक श्रीवास्तव
घोसी-मऊ।चौरी चौरा ‘कांड’/आंदोलन के ‘शहीदों की याद’ में एवं “पे बैक टू सोसाइटी” की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए राज्य अध्यापक पुरस्कार एवं गोल्ड मेडलिस्ट शिक्षक डॉ.रामविलास भारती द्वारा आयोजित ‘जगपूरनी देवी बरखू शैक्षिक समृद्धि छात्रवृत्ति वितरण सम्मान समारोह एवं शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी’ पूर्व माध्यमिक विद्यालय धरौली, घोसी पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ‘भारत के संविधान’ को साक्षी मानते हुए शहीदों की याद में मुख्य अतिथि प्रख्यात इतिहासकार पूर्व अध्यक्ष, इतिहास विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रो.एस.एन.आर. रिजवी, सेवानिवृत जिला विद्यालय निरीक्षक शिवचन्द राम की अध्यक्षता एवं प्रमुख अतिथि पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक मऊ के.सी. भारती अन्य विशिष्ट अतिथियों एवं संयोजक खण्ड शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार आदि द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। तत्पश्चात विद्यालय की दो छात्राओं सभा परवीन व अंकिता द्वारा सभी को भारत के संविधान के उद्देशिका की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के आयोजक डॉ. रामविलास भारती द्वारा ‘स्वतंत्रता आंदोलन में शहीदों के सपने एवं आज का भारत: एक विमर्श विषय पर विषय प्रवेश करते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। डॉ. भारती के सौजन्य से अतिथियों द्वारा मेधावी एवं कुछ पूर्व 26 बच्चों को “जगपूरनी देवी बरखू शैक्षिक समृद्धि छात्रवृत्ति” दिया गया जिसमें कलिता, मनीता, समीना, पूजा, चुन्नी, मुन्नी, करिश्मा, गुंजा,शालू, आराधना, नेहा, अमीषा, पुष्पांजलि, मधु, सानिया, अजय कुमार, जामवंत आदि को दिया गया। यह छात्रवृत्ति डॉ.रामविलास भारती द्वारा अपना व्यक्तिगत धन/वेतन से इन बच्चों को तब तक ₹1200 प्रति वार्षिक दिया जाता है जब तक बच्चा स्नातक/परस्नातक अथवा पी-एच. डी. पूर्ण नहीं कर लेता। तो वहीं ब्लॉक घोसी के 2023 में सेवानिवृत्ति शिक्षक/ शिक्षिकाएं पुष्पा मौर्या, मालती राय, हूरबानो, राजेंद्र मौर्या, शिवानंद, एवं बशीर अहमद को अंगवस्त्र एवं भारत के संविधान की प्रति देकर सम्मानित किया गया। साथ ही वल्लभाचार्य पाण्डेय,वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं ट्रस्टी आशा बाल पुस्तकालय, वाराणसी द्वारा डॉ. रामविलास भारती का सम्मान एवं उनके महाबोधि पुस्तकालय एवं वाचनालय को पुस्तके भेंट की गई।
इस अवसर पर इतिहासकार प्रो.एस.एन.आर. रिजवी ने कहा कि डॉ.रामविलास भारती द्वारा मेधावी बच्चों को पढ़ाने एवं समाज को बदलने का संकल्प निश्चय ही अद्वितीय है। लोगों को इनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। अध्यक्षीय संबोधन में शिवचन्द राम ने कहा कि प्रतिभाशाली बच्चों की शैक्षिक भविष्य को बेहतर बनाने के लिए डॉ.रामविलास भारती द्वारा दी गई गई यह छात्रवृत्ति बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर के “पे बैक टू सोसाइटी ” का अनूठा उदाहरण है। चौरी-चौरा जन विद्रोह पर बात करते हुए इन्होंने कहा कि यह ब्रिटिश साम्राज्य एवं भारत की स्वतंत्रता आंदोलन की एक असाधारण घटना है जिसने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की दशा और चरित्र बदल दिया। के.सी.भारती इतिहास से अवगत कराते हुए चौरी चौरा आंदोलन में दलित एवं पिछड़ों की भूमिका को भी रेखांकित किया। तो वहीं सलमान घोसवी ने अपनी गीतों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।
सभी वक्ताओं ने सेवानिवृत शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए उनके स्वस्थ एवं सुखी जीवन की मंगल कामनाएं की। कार्यक्रम को विश्वनाथ राम, मुखराम, राम अवध राव, वल्लभाचार्य पाण्डेय, अरविंद मूर्ति, शैलेंद्र कुमार यादव,सलमान घेासवी, सुग्रीव प्रसाद, अरविन्द पाण्डेय, राजेश चौहान आदि ने भी संबोधित किया।
अंत में कार्यक्रम के संयोजक खण्ड शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन रामसेवक राम ने किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू.मा.) शिक्षक संघ,घोसी के ब्लाक अध्यक्ष रिजवान अहमद, विश्वनाथ राम, मुखराम, राम अवध राव, वल्लभाचार्य पाण्डेय, अरविंद मूर्ति, शैलेंद्र कुमार यादव,सलमान घेासवी, सुग्रीव प्रसाद, अरविन्द पाण्डेय, राजेश चौहान, ब्लाक मंत्री सुनील कुमार, दिनेश कुमार, प्रदीप वर्मा, रामप्रभाव सिंह, दयाशंकर यादव, आभा त्रिपाठी, संतरा यादव, दिनेश सिंह, अनिल श्रीवास्तव, विवेक सिंह, भूपेंद्र दीक्षित, डॉ. तेजभान, रामानंद यादव, दुक्खी प्रसाद, अमीरुद्दीन अंसारी, अजीत कुमार, ग्राम प्रधान बालचन्द राम, बदामी देवी, कमलेश राय, मेहंदी रजा, पुष्पा, शीला, सरोज, बृजेश सागर, बेचन, संतोष, अजय कुमार, अमरजीत, शशांक भारती, आदि उपस्थित रहे।