बलिया:सलेमपुर सांसद के खिलाफ ग्रामीणों ने लगाए नारे, सड़क निर्माण को लेकर कर चुके है चुनाव बहिष्कार की घोषणा

सलेमपुर सांसद का रोड नही तो वोट नहीं के मुद्दे पर जन आशीर्वाद यात्रा को ग्रामीणों ने रोका। सांसद को प्रस्तावित मार्ग बदल कर जाना पड़ा

रिपोर्ट।राजू राय

भीमपुरा/ बलिया। नगरा – बरौली मार्ग के कुशहा ब्राह्मण गांव के संपर्क मार्ग पर ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के मुद्दे को लेकर गुरुवार को भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान सांसद रविन्द्र कुशवाहा की जन आशीर्वाद यात्रा के रास्ते पर खड़े हो गए। सूचना मिलने पर सांसद को रास्ता बदलकर अपनी प्रस्तावित यात्रा को पूरी करनी पड़ी। सांसद को बुलाने की मांग पर अड़े ग्रामीणों ने यात्रा में शामिल दो वाहनों को गांव के सामने मुख्य मार्ग पर घेर लिया। और “मोदी योगी से बैर नहीं रविंद्र तुम्हारी खैर नहीं” व मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद काफ़िले की गणियो को सुरक्षित निकाला।
सलेमपुर सांसद व भाजपा प्रत्याशी रविन्द्र कुशवाहा की जन आशीर्वाद यात्रा बेल्थरारोड से शुरु होकर इब्राहिमपट्टी, बरौली, कीडीहरापुर होते हुए भीमपुरा नगरा के रास्ते हल्दीरामपुर में समापन प्रस्तावित था। उनकी यात्रा जैसे ही कीडीहरापुर पहुँची तो रोड नहीं तो वोट नहीं कि मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार करने वाले सैकड़ो पुरूष व महिलाएं अपने गांव के मुख्य मार्ग पर सुबह 10 बजे एकत्रित थे। जब यह बात सांसद को मिली तो उन्होंने उनसे मिलने के बजाय प्रस्तावित यात्रा का मार्ग बदलकर भीमपुरा पहुंच गए। जिससे नाराज ग्रामीणों ने उस काफिले से आ रहे वाहनों को घेर लिया और सांसद को बुलाने की जिद्द पर अड़ गए। वाहन में बैठे लोगों ने इसकी सूचना सासंद को दी तो उन्होंने पुलिस बल भेजकर वाहनो को छुड़ाना उचित समझा। मौके पर पहुंचे हल्का इंचार्ज अमरजीत यादव ने ग्रामीणों को समझाबुझाकर मामला शांत कराया। तब जाकर ग्रामीण उन वाहनों को जाने दिया। इस दौरान सचिन, भैरो, हरिंद्र , उमेश रमेश,चंद्रभान रीता, रमिता, सुनिता सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।

इनसेट में
कुशहा ब्राह्मण गांव के लोगों ने सड़क निर्माण को पूरा करने को लेकर कोई सुनवाई नहीं होने पर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाकर चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया। जिसके लिए 5 मार्च को ग्रामीणों ने पूरे गांव में जुलूस निकाला था।
ग्रामीणों की माने तो भीमपुरा बरौली मुख्य मार्ग से बराईच गांव तक लगभग 9 किलोमीटर की पक्की सड़क के लिए पूर्वांचल विकास निधि से 3 करोड़ 39 लाख पास हुआ था। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने मुख्य मार्ग से 6 सौ मीटर और अंत मे 3 किलोमीटर पिच कराकर करीब दो वर्षों छोड़ दिया है जिससे लोगों चलना दुभर हो गया है।ग्रामीण बस इसे पूरा कराने को लेकर ही आंदोलित थे। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के सभी लोग चुनाव का बहिष्कार करेंगे। किसी नेता को गांव में आने नही दिया जाएगा।

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