भगवान कृष्ण के बाल लीलाओं की कथा सुन झूम उठे श्रद्धालु।
जिला संवाददाता,विनय मिश्र।
देवरिया।
भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन गढ़वा मिश्र में चल रहे कथा में आचार्य मनमोहन मिश्रा ने भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान का अवतार जीव मात्र के कल्याण के लिए होता है। भगवान कृष्ण ने अपने बाल सखाओं के साथ यमुना के तट पर गेद खेल रहे थे खेलते समय गेंद यमुना नदी में चला गया जिसमें कालिया नाग का निवास था। बाल सखओ ने गेद को लेकर भगवान कृष्ण से जिद करने लगे गेंद वापस आनी चाहिए तब भगवान ने अपनी लीला प्रारंभ की और यमुना नदी में प्रवेश कर लिया नाग को नाथ कर उसके फन पर बंसी बजाते हुए और हाथ में गेंद लिए दिखाई दे जिसको लेकर के सारे सखा अंचभित हो गए और इसकी सूचना मैया यशोदा और नंद बाबा को दिया बाल लीलाओं के क्रम में भगवान कृष्ण ने गोपियों के घरों में ग्वाल बालों के साथ जा जाकर गोपियों के घरों में माखन चोरी की गोपियों ने जब कृष्ण को पकड़ लिया और उलाहना लेकर मां यशोदा के पास आई तो कृष्ण ने मुस्कुराते हुए कहा मैया मैं नहीं माखन खा यो ।गोपिया झूठ बोल रही है। कथा के मुख्य यजमान रामायण मिश्र एवं गायत्री देवी के साथ-साथ सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।