राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से सशक्त हो रही हैं महिलाएं: डीएम

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

 

जिला संवाददाता,विनय मिश्र।

देवरिया, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक शाखा प्रबन्धकों का सूक्ष्म वित्त एवं वित्तीय समावेशन विषयक एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन विकास भवन परिसर स्थित गांधी सभागार में किया गया, जिसका औपचारिक शुभारम्भ जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह के द्वारा किया गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि महिलाओं एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के आर्थिक उत्थान में स्वयं सहायता समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं का वित्तीय समावेशन बढ़ा है, जो जीडीपी में बढ़े योगदान के रूप में परिलक्षित हो रहा है। इससे जेंडर इक्वालिटी बढ़ रही है और महिलाएं सशक्त हो रही हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की आर्थिक आवश्यकता अत्यंत सीमित होती है, बैंकर्स स्वयं सहायता समूहों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाए और उन्हें प्राथमिकता के आधार पर लोन दें। लोगों को की गई छोटी-छोटी मदद बड़े बदलाव का वाहक बनती हैं। जनपद में हरी सब्जियों के उत्पादन का बृहद सम्भावना है, जिसको जनपद के गठित स्वयं सहायता समूह बैंक से सहयोग लेकर व्यापक स्तर पर कर सकते है। जनपद में समूह की महिलाएं टेक होम राशन यूनिट, प्रेरणा कैंटीन तथा पीडीएस की 23 दुकानों का संचालन कर रही हैं। इसके अलावा गारमेंट, आचार-मुरब्बा, सिलाई, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में समूह की महिलाएं सक्रिय हैं।

मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय ने बताया कि जनपद में 16,166 स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे 10 लाख से अधिक लोग जुड़े हैं। जनपद में कार्यरत समस्त बैंकों के 134 *शाखाओं* में बैंक सखी तैनात हैं जो लोगों की सहायता करने के साथ ही वित्तीय साक्षरता को भी प्रोत्साहित कर रही हैं। कैश क्रेडिट लिंकेज में जनपद का प्रदेश में तीसरा स्थान है। शीघ्र ही प्रत्येक पंचायत भवन में एक-एक बीसी सखी की तैनाती होगी।

इस कार्यशाला में वित्तीय वर्ष 2024-25 का रिजर्व बैंक आफ इण्डिया के द्वारा जारी मास्टर सरकुलर एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की बैंक से सम्बन्धित प्रक्रियाओं पर विस्तार से जानकारी दी गयी एवं उसके आधार पर स्वयं सहायता सदस्यों एवं बैंक शाखा प्रबन्धकगण के आने वाले समस्याओं के निस्तारण हेतु दिशा निर्देश दिये गये। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान हैदराबाद के नेशनल रिसोर्स पर्सन नन्द किशोर सिंह एवं केवी दीक्षित के द्वारा उक्त उन्मुखीकरण कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया एवं उनके द्वारा पूछे गये प्रश्नों का निस्तारण किया गया।

इस कार्यशाला में वित्तीय वर्ष 2023-24 में वित्तीय समावेशन में अच्छा कार्य करने वाली बैंक सखी, बैंक शाखा प्रबंधक एवं मिशन स्टॉफ को सम्मानित किया गया। उपायुक्त स्वतः रोजगार द्वारा कार्यशाला के प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यशाला की समाप्ति की घोषणा की गयी।

आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला में सीएमओ डॉ राजेश झा, डीडीओ रविशंकर राय, उपायुक्त स्वतः रोजगार आलोक पाण्डेय, अग्रणी जिला प्रबन्धक अरुणेश कुमार, जिला समन्वयक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया, जिला समन्वयक पंजाब नेशनल बैंक, जिला समन्वयक यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया, जिला समन्वयक बैंक ऑफ इण्डिया, जिला समन्वयक केनरा बैंक, जिला समन्वयक इण्डियन बैंक, जिला समन्वयक बैंक ऑफ बड़ौदा, जिला समन्वयक स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया देवरिया जनपद के विभिन्न शाखा के शाखा प्रबन्धक के अलावा सहायक विकास अधिकारी एवं ब्लाक मिशन प्रबन्धक के द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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