घोसी तहसील के सभागार में एसडीएम ने माल्यार्पण कर लोकतंत्ररक्षकसेनानियों का किया सम्मान।
संवाददाता:अशोकश्रीवास्तव ब्यूरोप्रमुख।
घोसी। प्रदेशसरकार के निर्देश पर घोसी के सभागार में बुधवार को कार्यक्रम आयोजित कर 25 जून को पच्चास वर्ष पूर्व आपातकाल लगाने की याद मे इसके विरोध करने पर जेल जाने वाले पांच लोकतंत्ररक्षक सेनानियों का एसडीएम आनंद कन्नौजिया द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर सेनानियों के साथ अन्य ने आपातकाल मे घटित पीड़ादायक अपने अनुभव को साझा किया।इस अवसर पर लोकतंत्ररक्षकसेनानी जितेंद्रसोनकर, दयाशंकरसिंह, विजयकुमारसिंह, विजयशंकरसिंह, अवधभूषणसिंह को सम्मानित किया गया।
एसडीएम आनंदकन्नौजिया ने कहा कि प्रदेश सरकार एवं जिलाधिकारी के निर्देश पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। आज ही की तारीख को पच्चास वर्ष पूर्व देश में आपातकाल की घोषणा हुई थी। शासन के निर्देशानुसार यह कार्यक्रम सालभर विभिन्न चरणों में आयोजित किया जायेगा। कहा कि आपातकाल 25 जून से लेकर 21 मार्च 1976 तक 21 महीने तक लगा रहा। नागरिको के मौलिक अधिकार को खत्म कर दिया गया था। हम सब को सचेत रहना चाहिए की ऐसी स्थित न बने।
लोकतंत्र रक्षक सेनानी जितेंद्र सोनकर एवं दयाशंकर सिंह ने कहा कि पच्चास वर्ष पूर्व आपातकाल मे भय का वातावरण था। दिन में सड़को पर सन्नाटा रहता था। एक स्थान पर चार पांच लोगों के इकठ्ठा होने पर रोक थी। लोग बात नहीं करते थे। पुलिस, प्रशासन के लोग सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधियों के साथ आम लोगों को जेल में डाल दे रहे थे।
सेनानी अवधभूषणसिंह एवं विजय सिंह ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उस वक्त बहुत ही भय का माहौल था। लोगो को भय था कि कही पुलिस पकड़ कर जेल न भेज दे। तब भी प्रदेश, देश का नौजवान, प्रौढ़ जयप्रकाश बाबू आदि के आह्वान पर विरोध करते हुए जेल जाने के लिए तैयार था। विरोध के चलते स्व इंदिरा गाँधी को आपातकाल को हटाने को बाध्य होना पड़ा।
अधिवक्ताअध्यक्षअनिलमिश्रा,अशोकश्रीवास्तव,पेशकार संजयदुबे, स्टोनो विपिनकुमार, सरिताचौहान, अधिवक्ता विपुलराय आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किया।
इस अवसर पर लोकतंत्ररक्षकसेनानी जितेंद्रसोनकर, दयाशंकरसिंह,अवध भूषणसिंह, विजयसिंह, विजयरशंकरसिंह,एसडीएम आनंदकन्नौजिया,अनिलमिश्रा, विपिनकुमार,अशोकश्रीवास्तव,मतीन खान, अमज़द,विपुलराय, संतोष कुमार,सरिताचौहान,संजय दुबे, धीरज, रामजन्म आदि उपस्थिति रहे।