आजमगढ़ में जमीन पर बैठकर डिप्टी कलेक्टर ने सुनी बुजुर्ग महिला की फरियाद
रिपोर्ट:सौरभ उपाध्याय
आज़मगढ़:जमीन पर बैठकर मेहनगर एसडीएम संत रंजन ने 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला की सुनी फरियाद ,एसडीएम की इंसानियत, मानवता, लोकप्रियता / संवेदनशीलता की लोगों ने की तारीफ ,बताते चलें कि कम्हरिया गांव निवासी निर्मला पत्नी वागीश हिस्सा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कई दिनों से तहसील मुख्यालय का चक्कर लगा रही थी ,इसी बीच किसी ने कहा कि चाची आप एसडीएम साहब से स्वयं मिलिए आपकी बात सुनकर तत्काल करा देंगे निराकरण , हिम्मत जुटाते हुए लोगों से पूछती हुई एसडीएम कक्ष के पास पहुँची कक्ष के सामने जमीन पर बैठ गई , बाहर बैठा अर्दली ने बुढ़िया मां से पूछा तो बोली कि एसडीएम संत रंजन से भेंट करना है ,तब अर्दली ने एसडीएम को सूचना दी , सूचना पाकर एसडीएम संत रंजन ने तत्काल बाहर आ गए ,जहा अधिवक्ताओ सहित तमाम लोग खड़े थे ,तब बुजुर्ग महिला को जमीन पर बैठे देख खुद एसडीएम संत रंजन ने जमीन पर बैठ गये, और बुजुर्ग महिला से बोले माता जी बताइए क्या समस्या है, बुजुर्ग महिला की बात बिस्तार पूर्वक सुनी एवं सम्पूर्ण कागजात लेकर संबंधित,अघिकारी और कर्मचारी को निर्देशित कर तत्काल कार्य करा कर अवगत कराए जाने का निर्देश दिया ,इसी के साथ रसड़ा गांव निवासी अनीता देवी ने शिकायत किया कि मेरी पुरानी घरोही पर गांव के कुछ लोगों द्वारा निर्माण कार्य कराने से रोका जा रहा है , वही मेरुकपुर निवासी श्रीपति पुत्र त्रिलोकी ने शिकायती पत्र दिया कि तत्कालीन प्रधान द्वारा आवास आवंटन प्रार्थी को किया गया था आवंटित भूमि प्रार्थी मकान बनवा रहा है, जिसे वर्तमान प्रधान चुनावी रंजिश की वजह से आवास बनाने नहीं दे रहा है , जिससे हम खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं , जिसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक व थाना प्रभारी तरवा को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में अबैध हस्तक्षेप न हो ,दूसरी तरफ एडीएम ने जमीन पर बैठकर बुजुर्ग महिला की बात सुनकर समस्या का जहा तत्काल प्रभाव से निराकरण कराया वही एसडीएम की लोकप्रियता व संवेदनशीलता की लोग ने चर्चा करते नजर आए , स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां आज के दौर में कुछ अफसर शोषित वंचित की फरियाद नहीं सुनते और कोटा पूर्ति करते हुए प्रार्थना पत्र लेकर कोई निराकरण नहीं कर पाते, इसका नतीजा रहता है कि दबंग किस्म के लोग कमजोर लोगों को हमेशा परेशान करते रहते हैं, अघिकांश मामला जमीनों का होता है, अगर संत रंजन डिप्टी कलेक्टर की तरह लोग काम करते तो 80% समस्याओं का समाधान हो जाता और आम जनता अमन चमन के साथ रहती , डिप्टी कलेक्टर की इस तरह की काम करने की शैली की पूरा जनपद सराहना कर रहा है