जयराम ठाकुर का कांग्रेस पर हमला, कहा- लोकसभा चुनाव में मिली हार से दहशत में है सुक्खू सरकार
Jairam Thakur attacks Congress, says Sukkhu government is in panic over defeat in Lok Sabha elections
शिमला, 10 जुलाई: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उपचुनाव को लेकर कहा कि तीनों विधानसभा में उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। अभी तक हुए मतदान में लोगों ने काफी उत्साह दिखाया है। तीनों विधानसभा क्षेत्रों में रुझान बीजेपी के पक्ष में है।
जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उपचुनाव में सत्ता का दुरुपयोग किया है। चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की, जहां भी भाजपा के झंडे और पोस्टर वाली दुकान दिखी, उन दुकानदारों पर छापे डाले गए। लोगों के घरों में भी छापा मारा गया। पार्टी कार्यकर्ताओं की गाड़ियां थाने में जमा की गई और सादी वर्दी सीआईडी के जवान लगाए गए।
ठाकुर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार से कांग्रेस दहशत में है, इसलिए उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस के खिलाफ लोग मतदान कर रहे हैं। 18 महीने की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है।
जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान खनन माफियाओं पर कार्रवाई की बात कही गई, लेकिन प्रभावशाली लोग फलते-फूलते रहे। इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में टेंडर घोटाला हुआ।
ईडी और आईटी की कार्रवाई पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ समय से छापे पड़ रहे हैं। यह कार्रवाई राजनीतिक भावना से नहीं है, बल्कि जांच का विषय है कि यह कार्रवाई प्रभावशाली लोगों पर हुई है, वे सरकार के करीबी हैं। दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि छोटे से कार्यकाल में गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगना चिंताजनक बात है। अभी जांच एजेंसियों की कार्रवाई चल रही है, वे प्रभावशाली लोग हैं और सरकार के संरक्षण में काम हो रहा है। एजेंसियों की जांच पूरी होने के बाद ही इस पर ज्यादा कुछ कहा जा सकेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने तीनों उपचुनाव के प्रत्याशियों को प्रताड़ित करने की कोशिश की है। उनके कारोबार को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया। हमारी सरकार में कोई भी बदले की भावना से काम नहीं हुआ है। ईडी-आईटी के छापे राजनीतिक लोगों पर किए गए हैं, यह कार्रवाई कारोबार की अनियमितता को देखते हुए हुई है।