आजमगढ़ में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आगाज,सुरक्षित सड़कों के लिए जागरूकता अभियान
National Road Safety Month begins in Azamgarh, awareness campaign for safe roads
आजमगढ़ में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आगाज,सुरक्षित सड़कों के लिए जागरूकता अभियान,राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025 के शुभारंभ के साथ ही, आजमगढ़ में संभागीय परिवहन विभाग ने एक व्यापक जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। 1 जनवरी से 31 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने के महत्व के बारे में शिक्षित करना और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। आजमगढ़ के नरौली तिरंगा चौराहे पर आयोजित एक समारोह में, संभागीय परिवहन अधिकारी आर.एन. चौधरी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का मुख्य लक्ष्य सभी के लिए सुरक्षित सड़कों को सुनिश्चित करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक को इसमें सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। श्री चौधरी ने विशेष रूप से ठंड के मौसम में वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ठंड में कोहरे और धुंध के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने सभी वाहन चालकों से हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करने और वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि वाहन चलाते समय हमेशा सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें। “आप अपने परिवार के लिए पूरी दुनिया हैं, इसलिए अपनी जान की सुरक्षा स्वयं करें,” श्री चौधरी ने कहा। उन्होंने लोगों से यातायात नियमों का पालन करने और सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने का आह्वान किया। कार्यक्रम में संभागीय प्रवर्तन अधिकारी अतुल कुमार यादव, आरआई पवन सोनकर, ट्रैफिक विभाग, पुलिस विभाग और आरटीओ विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे। स्काउट और गाइड के बच्चों ने भी कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सड़क सुरक्षा के महत्व को दर्शाने वाले स्लोगन और पोस्टर प्रदर्शित किए। यह कार्यक्रम आजमगढ़ में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परिवहन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके और सभी के लिए सुरक्षित सड़कें बनाई जा सकें।