जिला अधिकारी ने दिया संबंधित अधिकारियों को समय से समस्याओं का निस्तारण कर उचित रिपोर्ट लगाने का आदेश

The District Magistrate ordered the concerned officials to resolve the problems on time and submit a proper report

रिपोर्ट: रोशन लाल

आजमगढ़ जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार ने बताया है कि वर्तमान में ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों के विरूद्ध प्राप्त होने वाली शिकायतों में वृद्धि देखी जा रही है, जिसका एक मुख्य कारण निकट भविष्य में होने वाले पंचायत निर्वाचन है। प्राप्त शिकायतों का समुचित व ससमय निस्तारण न किये जाने से कानून व्यवस्था के लिए भी प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न होती है। ग्राम प्रधानों के विरूद्ध प्राप्त हो रही शिकायतों के निस्तारण के लिए पूर्व में भी निर्देश दिये गये है। उन्होने कहा कि समस्त उप जिलाधिकारी/समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि पुनः स्पष्ट किया जाता है कि जांच अधिकारी द्वारा सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए जांच की निर्धारित तिथि से 72 घण्टे पहले आरोपी व्यक्तियों को लिखित में यह बताते हुए नोटिस जारी करेंगे कि ‘‘वह तय दिनांक, समय व स्थान को समस्त अभिलेखों सहित स्वयं उपस्थित रहेंगे, अन्यथा कि स्थिति में यह माना जायेगा कि उन्हें कुछ नहीं कहना है, और वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, और मौके पर उपलब्ध तथ्यों/साक्ष्यों के आधार पर जांच आख्या प्रस्तुत कर दी जायेगी’’ इसकी सूचना खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से सम्बन्धित ग्राम प्रधान, सचिव ग्राम पंचायत, शिकायतकर्ता व अन्य सभी सम्बन्धित पक्षों को नोटिस के माध्यम से तामीला करायेंगे, तद्नुसार जांच की कार्यवाही सम्पादित कर अगले कार्यदिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी। जाँच बिना किसी पक्ष से प्रभावित होकर निष्पक्ष रूप से की जाय। भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम प्रधान व ग्राम के दबंग एवं बदमाश व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी प्रोफाइलिंग की जाय, उनके द्वारा शासन की योजनाओं का अनुचित लाभ यदि प्राप्त किया जा रहा है, तो सत्यापन कराकर कार्यवाही की जाये, आपराधिक इतिहास की भी सूचना एकत्रित की जाये। इस कार्य को खण्ड विकास अधिकारी सम्बन्धित उपजिलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर सम्पादित करायें।
उन्होने जिला पूर्ति अधिकारी, उपायुक्त स्वतः रोजगार एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारियों का निर्देश दिया कि ग्राम पंचायतों में उचित दर विक्रेता के रिक्त दुकानों के चयन का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाय। चयन हेतु निर्धारित तिथि की सूचना डुग्गी मुनादी के माध्यम से करायी जाये। सूचना के सम्बन्ध में विशेष ध्यान रखा जाय कि सूचना का प्रसारण प्रातः काल को एवं सायंकाल को ऐसे समय कराया जाय जब सभी ग्रामवासी अपने खेत-खलिहान के कार्यों से निवृत्त होकर ग्राम में रहें।उन्होने कहा कि आई०जी०आर०एस० पोर्टल का सघन अनुश्रवण सभी खण्ड विकास अधिकारी नियमित रूप से करेगें। उन्होने कहा कि ऐसी ग्राम पंचायतो को चिन्हित करेगें, जहां अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उनका स्थलीय सत्यापन कर समुचित निराकरण करायेगें। एक ही विषय पर कोई शिकायत बार-बार आ रही है तो ऐसी शिकायतों एवं शिकायतकर्ताओं की लिस्टिंग कर उनका सम्यक परीक्षण करेगें कि क्या कारण है। क्या शिकायत का समुचित निस्तारण नही किया जा रहा है, या ग्राम प्रधान व सचिव द्वारा जान बूझकर जनहित की अवहेलना कर पक्ष-विपक्ष के आधार पर कार्यवाही की जा रही है। ऐसे प्रकरण पर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराते हुए सार्वजनिक हित में कार्यवाही सम्पादित की जाय।
जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया है कि ग्राम पंचायतों को प्राप्त हो रही वित्त आयोग की धनराशि का क्लासीफिकेशन करें, वर्तमान में सम्बन्धित बैंक एकाउन्ट में उपलब्ध धनराशि में कमिटेड एक्सपेन्डिचर जिनमें मानदेय, गोवंश संरक्षण हेतु पूलिंग आदि की धनराशि को पृथक कर विकास कार्य हेतु उपलब्ध धनराशि का विवरण सभी खण्ड विकास अधिकारी ग्रामवार रखेगें। उपलब्ध धनराशि में जिन कार्यों के लिए टेण्डर कर दिया गया है, की धनराशि को घटाकर नये कार्यों हेतु उपलब्ध धनराशि से शासनादेश के तहत न्यायोचित ऐसे कार्य कराये जाय, जिनके सम्बन्ध में आई०जी०आर०एस० पोर्टल पर शिकायते प्राप्त हो रही है तथा ऐसे कार्य जो प्राथमिकता के है, ऐसी स्थिति न पायी जाये कि खड़ण्जे के ऊपर सी०सी०रोड/इण्टरलॉकिंग बनायी जा रही है, जबकि ग्राम के कई मार्ग अभी भी कच्चे है। आगामी गर्मी व बरसात के मौसम के दृष्टिगत जलभराव की निकासी, स्वच्छता व पेयजल के कार्यों को प्राथमिकता पर कराया जाय। हैण्डपम्प रिबोर के सम्बन्ध में पूर्व में भी विस्तृत निर्देश दिये गये है, रिबोर डीप स्ट्रेटा में कराया जाये, सम्भावित तेज गर्मी के दृष्टिगत समुचित कार्यवाही की जाये। ऐसी स्थिति नहीं उत्पन्न होनी चाहिए कि रिबोर कराये गये हैण्डपम्प एक माह में पानी देना बन्द कर दे, यह सुनिश्चित किया जाय कि रिबोर उस स्ट्रेटा तक कराया जा रहा है, जिसमें माह जून में भी पानी उपलब्ध रहे। रिबोर कराये गये हैण्डपम्पों का सत्यापन तकनीकी अधिकारियों द्वारा कराया जायेगा, सत्यापन में बोर की गहराई भी चेक करायी जायेगी। रिबोर कार्य में लापरवाही व अनियमितता के सम्बन्ध में कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत में कार्यरत सचिवों पर प्रभावी नियत्रंण रखा जाये, उनके कार्यों की सघन समीक्षा की जाय। वित्त आयोग में प्राप्त धनराशियों का समुचित सदुपयोग सुनिश्चित किया जाय। ऐसे सचिव जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लापरवाही व उदण्डता करते हैं या जो ग्राम पंचायत में सांठ-गांठ कर भ्रष्टाचार करते हैं, को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया जाय। ऐसे कार्मिकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि तीव्र गर्मी व हीटवेव के दृष्टिगत पोखरे जलाशयों में पानी की उपलब्धता बनी रहे, जिससे पशु-पक्षियों को पेयजल की उपलब्धता बनी रहे तथा अग्निकांड से बचाव के लिये त्वरित कार्यवाही की जा सके। अवशेष सूखे तालाबों/पोखरों में जल भराव की कार्यवाही आगामी तीन दिवस में अनिवार्य रूप से पूर्ण कर ली जाये।

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